यूपी में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योगी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। जिसके लिए उत्तर प्रदेश में अब सहकारिता पर जोर दिया जा रहा है। सहकार से समृद्धि के मिशन को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहकारिता विभाग के साथ समीक्षा बैठक में 'मुख्यमंत्री कृषक समृद्ध योजना' के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।
पिछले 8 साल के आंकड़ों को देखें तो यूपी में सहकारी बैंकों ने कर्ज देने के लिए मामले में नया मुकाम हासिल किया है। सहकारी बैंकों ने 2017 से 2025 तक 23 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज दिया है। वहीं शुद्ध लाभ की बात करें तो ये 100 करोड़ रुपए ये ज्यादा है। पिछले 8 सालों में यूपी में फसल के लिए 11, 516 करोड़ का ऋण दिया गया।
‘मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना’ से लघु और सीमांत किसानों की आय में वृद्धि होगी और उनका आर्थिक सशक्तिकरण भी होगा। ऐसे में किसानों को सस्ती दर पर सरलता से ऋण उपलब्ध कराने का प्रयास मील का पत्थर साबित होगा। यह योजना इसी दिशा में एक प्रभावी कदम साबित होगी।