Raibareli: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, उत्तर प्रदेश की सरकार राज्य की जनता के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। इसके तहत गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को इलाज के लिए, यूपी सरकार लगातार आर्थिक सहायता उपलब्ध करा रही है। यूपी सरकार ने, वित्तीय वर्ष 2024-25 में 66 हजार 874 मरीजों को इलाज के लिए, 13.44 अरब रुपए उपलब्ध कराए।
रायबरेली के रहने वाले शब्बीर अहमद तांगा चला कर अपने परिवार का गुज़ारा करते थे। लेकिन 2019 में वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हो गए। इलाज में समय और पैसा दोनों लगना था, जिससे घर की माली हालत बिगड़ने लगी। यहां तक कि जमीन भी बेचनी पड़ी। इसी बीच, दिसंबर 2024 में शब्बीर को 'मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष' का सहारा मिला। शब्बीर के बेटे ने बताया कि इससे उनके पिता के इलाज में बड़ी मदद मिली।
रायबरेली के कुंदनगंज निवासी 65 वर्षीय राम सुरेश को अक्टूबर 2024 में दिल की गंभीर बीमारी हो गई। पहले ही पांच बेटियों की शादी की जिम्मेदारियां उनके कंधों पर थीं, ऐसे में इस बड़े ऑपरेशन का खर्च उठा पाना बेहद मुश्किल था। इसी मुश्किल घड़ी में, नवंबर 2024 में राम सुरेश ने 'मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष' से मदद के लिए आवेदन किया। सरकार की आर्थिक सहायता से उनका पेसमेकर सफलतापूर्वक लगाया गया। आज राम सुरेश पूरी तरह स्वस्थ हैं और सरकार की इस मदद ने उन्हें नई जिंदगी दी है।
शब्बीर और राम सुरेश जैसे कई और जरूरतमंद हैं, जिनको योगी सरकार की योजनाओं का लाभ मिला। 2025 - 26 के नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के महज सरकार द्वारा दी गई है। कैंसर, किडनी और हृदय रोग से पीड़ित हजारों मरीजों को राहत दी गई। आंकड़ों के अनुसार, 875 कैंसर मरीजों को 21.23 करोड़ रुपये, 246 किडनी से पीड़ित मरीजों को करीब 4.2 करोड़ रुपये और 98 हृदय रोगियों को लगभग 1.46 करोड़ रुपये की मदद दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल ने जरूरतमंदों को न सिर्फ इलाज, बल्कि भरोसे और नई जिंदगी का हक भी दिलाया है