तमिलनाडु के बाढ़ प्रभावित विल्लुपुरम जिले में 1,796 स्कूल सोमवार को फिर से खुल गए। हालांकि, इरुदायमपट्टू के साथ ही बाढ़ प्रभावित कई गांवों में बड़ी संख्या में छात्र स्कूल नहीं जा सके, केवल कुछ ही छात्र स्कूल पहुंच पाए। चक्रवात फेंगल और भारी बारिश से जिले में भारी तबाही हुई। हजारों घर क्षतिग्रस्त हो गए और कई लोग बेघर हो गए।
अब जब हालात थोड़े सामान्य हो रहे हैं तो लोग फिर से अपने घरों में साफ-सफाई और मरम्मत करने में जुटे हैं। विल्लुपुरम जिला कलेक्टर पलानी ने घोषणा की है कि जिले में स्कूल सोमवार को फिर से खुलेंगे। जिसके बाद प्राथमिक, मध्य, उच्च, उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी संस्थानों में पढ़ाई शुरू हो गई। स्कूल शिक्षा विभाग को सौंपी गई एक रिपोर्ट में परिसर की दीवारों और इमारतों सहित स्कूल के बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान हुआ है जिसका अनुमान करीब 30.7 करोड़ लगाया गया है।
सबसे ज्यादा जो गांव प्रभावित हुआ है वो इरुदायमपट्टू गांव है। यहां पर सोमवार को फिर से खुले प्राथमिक विद्यालय में केवल कुछ छात्र ही उपस्थित हो पाए। स्कूल परिसर में पानी भरा हुआ है और कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। इसके बावजूद, स्कूल ने उपस्थित छात्रों को मध्याह्न भोजन योजना के तहत भोजन कराया और पढ़ाई की शुरुआत की। प्रभावित इलाकों में माता-पिता और छात्रों के सामने स्कूल खुलने के बाद काफी परेशानी आ गई है। क्योंकि लोगों का कहना है कि बच्चों की किताबें पानी में भीग गई हैं या उनके घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं तो बच्चे स्कूल कैसे जाएंगे।