Duleep Trophy Final: मध्य क्षेत्र ने स्पिनर सारांश जैन (49 रन देकर पांच विकेट) और कुमार कार्तिकेय (53 रन देकर चार विकेट) की बदौलत बृहस्पतिवार को दलीप ट्रॉफी फाइनल के पहले दिन दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाजी क्रम को झकझोरते हुए उसे पहली पारी में 63 ओवर में महज 149 रन पर समेट दिया। जैन और कार्तिकेय ने मिलकर 45 ओवर डाले। स्टंप तक मध्य क्षेत्र ने बिना विकेट गंवाए 50 रन बना लिए थे, जिससे वो पहली पारी के हिसाब से 99 रन से पीछे थी।
दानिश मालेवार 28 और अक्षय वाडकर 20 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे। जैन ने लगातार 24 ओवर गेंदबाजी की। कार्तिकेय ने कलाई की स्पिन की तुलना में पारंपरिक स्पिन गेंदबाजी की और ये दोनों गेंदबाज मध्य क्षेत्र की मजबूत स्थिति के मुख्य सूत्रधार रहे। दक्षिण की टीम की मुश्किलों की शुरूआत 16वें ओवर से हुई, जब सलामी बल्लेबाज मोहित काले (06) कार्तिकेय की गेंद पर लापरवाही से स्वीप खेलने की कोशिश में बोल्ड हो गए।
इसके बाद दक्षिण की टीम ने लंच से पहले तीन और विकेट गंवा दिए। इससे 33 ओवर में उसका स्कोर चार विकेट पर 64 रन हो गया। इस सत्र में उसका सबसे ज्यादा नुकसान तन्मय अग्रवाल (76 गेंद में 31 रन) के रन आउट होने से हुआ जो अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन वे अपने साथी रिकी भुई (15) के साथ पिच के बीच में टकराकर रन आउट हो गए।
कार्तिकेय ने जल्द ही मोहम्मद अजहरुद्दीन को एक शानदार गेंद पर आउट कर दिया। इसके बावजूद दक्षिण के बल्लेबाजों का लंच के बाद के सत्र में भी इसी लापरवाही से खेलना जारी रहा। तमिलनाडु के बल्लेबाज आंद्रे सिद्धार्थ का आउट होना इसी संशय भरी बल्लेबाजी का नमूना रहा। वे कार्तिकेय की सोची समझी चाल में फंस गए और उपेंद्र यादव ने उन्हें स्टंप आउट किया।
सलमान निजार (24) दक्षिण क्षेत्र के लिए 200 रन के पार पहुंचने की अंतिम उम्मीद थे, लेकिन केरल का ये बल्लेबाज जैन की गेंद का शिकार हो गया। इस ऑफ स्पिनर की गेंद निजार के बल्ले से छूती हुई गली में रजत पाटीदार के हाथों में चली गई।
निजार के आउट होने के बाद दक्षिण की टीम ज्यादा संघर्ष नहीं कर पाई। इस तरह जैन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में नौंवी दफा पांच विकेट अपने नाम किए। उन्होंने पिछले हफ्ते यहां दलीप ट्रॉफी सेमीफाइनल में पश्चिम क्षेत्र के खिलाफ भी 84 रन देकर पांच विकेट लिए थे।
मध्य क्षेत्र के सलामी बल्लेबाज मालेवार और अक्षय वाडकर क्रीज पर आत्मविश्वास से भरे दिख रहे थे और वे सही से गेंद का आकलन करते हुए आराम से खेल रहे थे। बादलों से घिरे दिन में पगबाधा की जोरदार अपीलें भी हुईं, लेकिन मध्य क्षेत्र के बल्लेबाजों ने आराम से 50 रन की साझेदारी बना ली।