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निधिवन का रहस्य: वृंदावन की पावन भूमि पर अद्भुत चमत्कार

वृंदावन की पवित्र भूमि पर स्थित निधिवन न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि ये वन अपने अंदर कई रहस्य समाए हुए है। वृंदावन का निधिवन वह स्थान है जहां भगवान श्रीकृष्ण ने 16,108 गोपियों के साथ महारास किया था। आज भी कई लोगों का मानना है कि रात्रि में भगवान श्रीकृष्ण राधा रानी सहित गोपियों के साथ महारास करते हैं। हर रात को होने वाली घटनाएं वैज्ञानिकों और भक्तों के लिए एक अजीब पहेली बनी हुई हैं।

स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, निधिवन में हर रात भगवान श्रीकृष्ण, राधा रानी और गोपियों के साथ रास रचाते हैं। महारास का वर्णन कई वेदों और पुराणों में मिलता है। महारास केवल नृत्य नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक एकता और आनंद का प्रतीक है। यह कोई साधारण रासलीला नहीं, बल्कि आलौकिक प्रेम और भक्ति की अनुभूति है। यह रास दिव्य और अदृश्य होता है, जिसे कोई नहीं देख सकता। यही कारण है कि सूर्यास्त के बाद निधिवन में प्रवेश करना मना है। निधिवन के पुजारी भी इस नियम का पालन करते हैं। शाम होते ही पुजारी निधिवन के कपाट बंद कर देते हैं।

हैरान करने वाली बात यह है कि रात के समय निधिवन में कोई नहीं ठहर सकता। ऐसा कहा जाता है कि रात्रि में यदि कोई व्यक्ति वहां रुकता है, तो वह या तो पागल हो जाता है या फिर कभी लौटकर नहीं आता। कुछ लोगों ने छिपकर या वहां कैमरे लगाकर इस रहस्य को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन या तो कैमरे खराब हो गए या फिर उनमें कुछ भी रिकॉर्ड नहीं हुआ।

कहा जाता है कि एक संत, जिन्हें लोग “पागल बाबा” कहकर पुकारते हैं, एक बार जिद करके रात में निधिवन में रुक गए थे। अगली सुबह जब पुजारियों ने उन्हें देखा, तो वे बस श्रीकृष्ण का नाम लेकर झूमते रहे और वो पूरी तरह से श्रीकृष्ण की भक्ति में डूब चुके थे। वे अक्सर पागलों की तरह “कृष्ण-कृष्ण” जपते रहते थे। तब से ही लोग उन्हें “पागल बाबा” के नाम से जानने लगे।

निधिवन में स्थित तुलसी के पेड़ भी बेहद अनोखे हैं। ये पेड़ नीचे से काफी झुके हुए हैं। एक मान्यता के अनुसार, ये तुलसी के पेड़ रात में गोपियां बन जाते हैं और श्रीकृष्ण के साथ महारास करते हैं। रंग महल, निधिवन में स्थित एक विशेष स्थान है, जहां मान्यता के अनुसार राधा-कृष्ण विश्राम करते हैं। रात में यहां श्रृंगार रखा जाता है, और सुबह सब कुछ उपयोग में हुआ पाया जाता है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से आज तक इन घटनाओं का कोई स्पष्ट और प्रमाणित उत्तर नहीं मिला है, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था अडिग है उनके लिए निधिवन एक जीवित चमत्कार है, जहां हर रात दिव्य रासलीला होती है। निधिवन का रहस्य आज भी रहस्य ही बना हुआ है, जिसे जानने की जिज्ञासा हर किसी के मन में है, पर ऐसा लगता है मानो प्रकृति ने इस रहस्य को स्वयं छिपा कर रखा हो।