New Delhi: मिस्र में हुए गाज़ा शांति सम्मेलन के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत और पाकिस्तान अब अच्छे संबंधों के साथ रहेंगे। ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, “भारत एक शानदार देश है और उसके नेतृत्व में मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त है। उन्होंने बेहतरीन काम किया है। मुझे लगता है कि भारत और पाकिस्तान अब बहुत अच्छे से साथ रहेंगे।”
इस दौरान ट्रंप के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी मंच पर मौजूद थे। ट्रंप ने मुस्कुराते हुए उनकी ओर देखते हुए कहा, “ये इसे संभव बनाएंगे, है ना?” इस पर मौजूद लोग हंस पड़े।
बाद में शहबाज शरीफ ने अपने भाषण में कहा कि ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को रोकने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, “अगर ट्रंप और उनकी टीम ने हस्तक्षेप नहीं किया होता, तो शायद हालात बहुत खतरनाक हो जाते।” ट्रंप ने इससे पहले भी दावा किया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच कई बार युद्ध को रोकने में मदद की है।
भारत की भागीदारी
भारत की ओर से विदेश राज्य मंत्री किर्ती वर्धन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दूत के रूप में सम्मेलन में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि भारत इस ऐतिहासिक शांति समझौते का स्वागत करता है और उम्मीद करता है कि इससे क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित होगी।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रंप की शांति पहल की सराहना की। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “हम सभी बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हैं। यह परिवारों की हिम्मत और ट्रंप के दृढ़ प्रयासों का परिणाम है। भारत इस शांति समझौते का समर्थन करता है।”
सम्मेलन का अंत ट्रंप और अरब देशों के नेताओं द्वारा गाज़ा युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर के साथ हुआ। ट्रंप ने इसे “मध्य पूर्व के लिए एक नया और खूबसूरत दिन” बताया।