भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार (19 फरवरी) को शालीमार बाग से निर्वाचित विधायक रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री घोषित किया है. रेखा गुप्ता आज दिल्ली की सीएम के रूप में शपथ लेंगी. वहीं इस शपथ ग्रहण समारोह को NDA के शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है. दिल्ली की नई मुख्यमंत्री का परिवार हमेशा से उनकी राजनीति और समाज सेवा में सहयोगी रहा है. उनके पति मनीष गुप्ता एक व्यवसायी हैं. बता दें कि रेखा गुप्ता दिल्ली में बीजेपी की एक ताकतवर नेता के रूप में उभरी है. वह दिल्ली की चौथी महिला सीएम होंगी. कल हुई विधायक दल की बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया था.
महिला पर बीजेपी ने क्यों चला दांव
इस वक्त देश में बीजेपी की कोई भी मुख्यमंत्री महिला नहीं है. केवल राजस्थान में दिया कुमारी एक महिला उपमुख्यमंत्री हैं. रेखा गुप्ता को दिल्ली के सीएम की कुर्सी पर बिठाकर बीजेपी महिलाओं में अच्छा संदेश भेजा है. पचास साल की रेखा गुप्ता का जन्म 1974 में जींद जिले के नंदगढ़ गांव में हुआ था. उनके पिता भारतीय स्टेट बैंक में मैनेजर थे. नौकरी के सिलसिले में उनका परिवार 1976 में दिल्ली चला आया था. उस समय रेखा गुप्ता की उम्र केवल दो साल थी. रेखा की पढ़ाई-लिखाई भी दिल्ली में ही हुई है. उन्होंने वकालत की पढ़ाई की है.
राजनीति में कब शामिल हुईं रेखा गुप्ता
रेखा गुप्ता छात्र जीवन में ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में शामिल हो गई थीं. रेखा गुप्ता दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज के छात्र संघ की सचिव चुनी गई थीं. 1995-96 में वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ की महासचिव चुनी गई थीं. रेखा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी तक की पढ़ाई की है. दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी करने के बाद रेखा गुप्ता 2003-04 में भारतीय जनता युवा मोर्चा में शामिल हो गईं. उन्हें दिल्ली भारतीय जनता युवा मोर्चा का सचिव बनाया गया था. वो 2004 से 2006 तक युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव पद पर भी रही हैं. वो इस समय दिल्ली बीजेपी की महासचिव और बीजेपी के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर हैं.