Breaking News

अमृतसर: अजनाला में 3 हैंड ग्रेनेड और RDX बरामद     |   अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के कई सैनिकों को बंदी बनाने का दावा किया     |   अहमदाबाद में हो सकते हैं 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स, 26 नवंबर को होगा फैसला     |   तमिलनाडु: AIADMK कल विधानसभा में कोल्ड्रिफ और किडनी रैकेट का मुद्दा उठाएगी     |   पाकिस्तान, अफगानिस्तान 48 घंटे के अस्थायी युद्धविराम पर सहमत     |  

सट्टेबाजी ऐप मामले में ईडी के सामने पेश हुए सुरेश रैना

इस वक्त भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज सुरेश रैना के नाम की चर्चा जोर पकड़ रही है। इसके पीछे का कारण उनका ईडी कार्यालय में पेश होना है। बता दें कि रैना ‘वनएक्सबेट’ मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए ईडी के सामने पेश हुए। ये एक अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म और उनके सेलिब्रिटी प्रमोटर्स पर चल रही कार्यवाही का एक हिस्सा है। यह प्लेटफॉर्म खुद को कौशल-आधारित खेलों की मेजबानी करने वाला प्लेटफॉर्म बताता है, लेकिन इनमें ऐसे एल्गोरिथम का इस्तेमाल किया गया है, जो मौजूदा भारतीय कानूनों के तहत उन्हें ‘गैंबलिंग ऑपरेशन’ के रूप में वर्गीकृत करते हैं।

‘वनएक्सबेट’ ने सुरेश रैना को गेमिंग एम्बेसडर बनाते हुए उन्हें ‘रेस्पोंसिबल गेमिंग एंबेसेडर’ का नाम दिया था। सुरेश रैना भारत के सबसे शानदार खिलाड़ियों में शुमार रहे हैं। उन्हें बेहतरीन फील्डर भी माना जाता है। सुरेश रैना ने भारत की ओर से 226 वनडे मुकाबलों में 5,615 रन बनाए हैं, जबकि 78 टी20 मुकाबलों में 1,605 रन बनाए हैं। वहीं, 18 टेस्ट मैचों में उनके नाम 768 रन दर्ज हैं। रैना तीनों फॉर्मेट में शतक जड़ने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं।

इस जांच में पहले ही कई मशहूर हस्तियों का नाम सामने आ चुका है। सोमवार को एक्टर राणा दग्गुबाती फिल्म की व्यस्तताओं के कारण 23 जुलाई को जारी अपने समन को स्थगित करने की मांग के बाद हैदराबाद में ईडी के सामने पेश हुए थे। राणा दग्गुबाती सोमवार को हैदराबाद के बशीराबाद स्थित ईडी दफ्तर पहुंचे, जहां उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें ऐप के प्रचार के लिए पैसे मिले या नहीं। अगर पैसे मिले, तो उन्हें कहां खर्च किया गया।

मई में तेलंगाना पुलिस ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के प्रचार से कथित संबंध के आरोप में दग्गुबाती और प्रकाश राज समेत 25 प्रसिद्ध अभिनेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अधिकारियों का कहना है कि जांच आगे बढ़ने के साथ और भी लोगों को नोटिस जारी किए जा सकते हैं। एजेंसी अवैध सट्टेबाजी ऐप्स से जुड़े कई ऐसे मामलों की जांच जारी है, जिन पर कई लोगों और निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोप है।