तेलुगु सिनेमा के मेगास्टार नंदमुरी बालकृष्ण को भारतीय सिनेमा में उनके असाधारण योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा 'पद्म भूषण' सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें कला के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदान किया गया है। भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान माने जाते हैं। इन पुरस्कारों की तीन श्रेणियाँ हैं: पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री। पद्म विभूषण देश के लिए असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए, पद्म भूषण उच्चतम स्तर की सेवा के लिए, और पद्म श्री सामान्य सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। नंदमुरी बालकृष्ण को 'पद्म भूषण' सम्मान मिला, जो भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
नंदमुरी बालकृष्ण, जिन्हें 'बालकृष्ण' के नाम से भी जाना जाता है, तेलुगु सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता हैं। उन्होंने अपने करियर में 100 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है और अपनी दमदार भूमिकाओं के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी प्रमुख फिल्मों में 'सिंह', 'लिजेंड', 'गौतमिपुत्र शातकर्णी' और 'अखंड' शामिल हैं। उन्होंने अपने अभिनय से न केवल तेलुगु सिनेमा को नई दिशा दी है, बल्कि भारतीय सिनेमा में भी अपनी पहचान बनाई है।
अभिनय के अलावा, नंदमुरी बालकृष्ण ने राजनीति में भी सक्रिय भागीदारी निभाई है। वे तेलंगाना राज्य के हिंदुपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे हैं और अपने पिता, नंदमुरी तारक राम राव (एनटीआर) की विरासत को आगे बढ़ाते हुए जनता की सेवा में लगे रहे हैं। उन्होंने बासव तारकम्मा कैंसर अस्पताल के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया, जहां उन्होंने कैंसर के मरीजों को मुफ्त इलाज प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
पद्म भूषण सम्मान प्राप्त करने पर नंदमुरी बालकृष्ण ने कहा, "यह सम्मान मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि है और यह मेरे परिवार, मेरे प्रशंसकों और तेलुगु सिनेमा के प्रति मेरे समर्पण का प्रतीक है।" उन्होंने इस सम्मान को अपने पिता की याद में समर्पित किया, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयां दीं।
नंदमुरी बालकृष्ण को 'पद्म भूषण' सम्मान मिलना उनके करियर और समाज के प्रति उनके योगदान की सराहना है। यह सम्मान न केवल उनके अभिनय और राजनीति में योगदान को मान्यता देता है, बल्कि भारतीय सिनेमा और समाज में उनके प्रभाव को भी दर्शाता है। उनकी यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।