New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को भारतीय नागर विमानन क्षेत्र की वृद्धि संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना ‘उड़ान’ के साथ हवाई यात्रा अब समावेशी हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां नागर विमानन पर दूसरे एशिया-प्रशांत मंत्री-स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ये सेक्टर आर्थिक वृद्धि में प्रमुख भूमिका निभाता है और इसमें तमाम नौकरियां पैदा होती हैं।
उन्होंने कहा कि ये प्रयास किए जाने चाहिए कि आसमान सभी के लिए खुला रहे और लोगों का उड़ान भरने का सपना पूरा हो सके। मोदी ने कहा कि क्षेत्रीय हवाई संपर्क बढ़ाने के लिए लाई गई ‘उड़ान’ (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के तहत 1.4 करोड़ लोग हवाई यात्रा कर चुके हैं। इसने निम्न मध्यम वर्ग के लोगों का भी उड़ान भरने का सपना पूरा किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार देश को उन्नत हवाई परिवहन के लिए तैयार कर रही है और जल्द ही हवाई टैक्सी एक हकीकत बन जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में एक अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सर्किट बनाने का सुझाव दिया।
बुधवार को शुरू हुए इस सम्मेलन में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के परिवहन और विमानन मंत्री, नियामकीय निकाय और उद्योग विशेषज्ञ एकत्र हुए हैं। सम्मेलन में 29 देशों के लगभग 300 प्रतिनिधि शामिल हुए।