दिल्ली के एलजी वी.के. सक्सेना जल मंत्री आतिशी से मुलाकात करेंगे और हरियाणा की ओर से मुनक नहर से छोड़े गए पानी के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। मुनक नहर दिल्ली के लोगों के लिए पीने के पानी के अहम स्रोतों में से एक है।
आतिशी ने इस मुद्दे पर आपातकालीन बैठक के लिए सक्सेना से समय मांगा था। इससे पहले 'एक्स' पर एक पोस्ट में मंत्री ने कहा था कि दिल्ली को नहर से 1,050 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए, लेकिन ये घटकर केवल 840 क्यूसेक रह गया है।
उन्होंने कहा, "दिल्ली के माननीय उप-राज्यपाल से आपात बैठक के लिए समय मांगा है ताकि हरियाणा की ओर से मुनक नहर से अपर्याप्त पानी छोड़े जाने के बारे में उन्हें अवगत कराया जा सके।"
दिल्ली की मंत्री की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए उप-राज्यपाल सचिवालय के आधिकारिक अकाउंट राज निवास दिल्ली ने कहा, "माननीय उपराज्यपाल सुबह 11 बजे आतिशी से मिलेंगे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से हिमाचल और हरियाणा की ओर से छोड़े जाने वाले पानी की मौजूदा स्थिति का पता लगाने, दिल्ली में पानी की बर्बादी और रिसाव को रोकने के उपाय करने और हाई कोर्ट के निर्देशानुसार वजीराबाद जलाशय की सफाई के बारे में जानकारी मांगी है।"
अपनी पोस्ट में आतिशी ने कहा, "दिल्ली को सीएलसी और डीएसबी उप-नहरों के माध्यम से मुनक नहर से 1,050 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए लेकिन ये घटकर 840 क्यूसेक हो गया है। सात वाटर प्यूरिफिकेशन प्लांट इस पानी पर निर्भर हैं। अगर पानी की मात्रा आज नहीं बढ़ती है तो एक या दो दिन में पूरी दिल्ली में जल संकट और गहरा जाएगा।"
बढ़ते तापमान के बीच दिल्ली को पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है।