केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को गांधी परिवार का दरबारी बताया था, इसको लेकर लोकसभा में सपा के धर्मेंद्र यादव ने कहा कि उनका पासवर्ड काम नहीं आ रहा है। इसलिए वो कुछ न कुछ तो कहेंगे ही. वह मॉनसून ऑफर भी स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनके साथ लोग नहीं हैं। वहीं जातीय जनगणना को लेकर धर्मेंद्र यादव ने कहा कि उनकी ये मांग लगातार जारी रहेगी। नेताजी ने 2010 में इसकी मांग की थी। उस समय बीजेपी के लोग विपक्ष में थे और जातीय जनगणना के पक्ष में दिखाई रहे थे। लेकिन जब से 10 साल से सत्ता में है, तब से इसके खिलाफ बयान दे रहे हैं।
राहुल गांधी पर ऐसी टिप्पणी अशोभनीय: धर्मेंद्र यादव
राहुल गांधी पर टिप्पणी को लेकर कहा, "बहुत अशोभनीय है. माफी मांगनी चाहिए. देश के लीडर ऑफ अपोजिशन से इस तरह की बात करना बहुत अफसोसजनक है. केवल अनुराग ठाकुर ने ही नहीं किया और भी लोग कर रहे थे. ललन सिंह भी कर रहे थे।