क्रिकेट को जेंटलमैन गेम कहा जाता है। 22 गज की पिच पर नियमों के अनुसार आपको फेयर गेम खेलना होता है। हालांकि, इन नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी संभालने वाले अंपायर ने ही गुरुवार को रूल्स की धज्जियां उड़ा दी। आईसीसी वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट में विराट कोहली के शतक की खातिर अंपायर ने जिस तरह से आंखों पर पट्टी बांध ली। खिलाड़ियों की निजी उपलब्धियों के लिए कम से कम अंपायर का यह बर्ताव बिल्कुल ठीक नहीं है।
आईसीसी वर्ल्ड कप में भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए मुकाबले में अंपायर ने अपने एक फैसले से जेंटलमैन गेम को शर्मसार कर दिया। दरअसल, विराट कोहली 97 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे और उनको अपने शतक के लिए 3 रन की दरकार थी। हालांकि, भारतीय टीम लक्ष्य के काफी करीब पहुंच चुकी थी और जीत के लिए सिर्फ 2 रन बचे हुए थे।
नसुम ने 42वें ओवर की पहली गेंद लेग साइड पर फेंकी, जो स्टंप से बाहर जाती हुई नजर आई। हालांकि, इसके बावजूद अंपायर ने गेंद को वाइड करार नहीं दिया, जबकि रिप्ले में साफतौर पर दिख रहा था कि बॉल ना तो विराट के बल्ले और ना ही पैड से टच हुई है।
दरअसल, वनडे क्रिकेट में आईसीसी के नियमों के अनुसार, अगर गेंद बल्लेबाज के लेग स्टंप से बाहर जा रही है, तो उसको तुरंत वाइड करार दिया जाना चाहिए। नसुम की जिस बॉल को विराट ने छोड़ा था वो भी लेग साइड से बाहर थी। अंपायर द्वारा वाइड नहीं दिए जाने से विराट खुद हैरान थे। टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में प्लेयर्स अंपायर के इस फैसले पर ठहाके लगाकर हंस रहे थे। यह सब बताने के लिए काफी है कि हर कोई जानता था कि उस गेंद को वाइड दिया जाना चाहिए था।