आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मुकाबले शुरू होने से पहले ही ये टूर्नामेंट अलग-अलग वजहों से सुर्खियां बटोर चुका है। हाइब्रिड मॉडल में ये टूर्नामेंट पाकिस्तान और दुबई में खेला जाएगा। 19 फरवरी को इसकी शुरूआत कराची में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबले के साथ होगी। आठ टूर्नामेंट खिताब जीतने के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं। टीमें विश्व कप जीतने जितना मुश्किल माने जाने वाले इस टूर्नामेंट में चैंपियन बनकर अपने देश के क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय लिखने की उम्मीद लगाए हैं।
आठ साल बाद इस टूर्नामेंट को आयोजित करने के लिए कई बाधाओं को पार करना पड़ा। ये टूर्नामेंट वनडे क्रिकेट की प्रासंगिकता पर चल रही बहस के बीच भी महत्वपूर्ण है। इसे टी20 क्रिकेट के क्रेज और टेस्ट फॉर्मेट के प्रति समर्पण के बीच अपनी जगह बनाने के लिए जूझना पड़ रहा है। शायद ही हाल के दिनों में कोई भी दूसरा क्रिकेट आयोजन लंबे समय से चले आ रहे भू-राजनैतिक तनाव, दो महत्वपूर्ण प्रतिभागियों के प्रशासनिक बोर्डों के बीच खींचतान और मुख्य मेजबान देश में आयोजन स्थलों की तैयारी को लेकर चिंता के कारण इतना प्रभावित नहीं हुआ होगा।
ये सारी बातें 90 के दशक की याद दिलाती हैं जब उप-महाद्वीप में किसी क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन जल्दबाजी में आयोजित किसी पार्टी की तरह दिखता था। हालांकि टूर्नामेंट को लेकर उठ रहे सभी सवाल टीमों के मैदान पर उतरने के साथ ही दूर हो जाएंगे। सबसे पहले पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की टीम मैदान पर उतरेंगी। चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन आखिरी बार 2017 में हुआ था। तब पाकिस्तान की टीम चैंपियन बनी थी।
पहले मैच में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच दिलचस्प मुकाबले की उम्मीद है। मेजबान पाकिस्तान की टीम में टैलेंट की भरमार है लेकिन उसका प्रदर्शन उतार-चढ़ाव भरा रहा है। उसका मुकाबला न्यूजीलैंड की उस टीम से है जिसमें सब कुछ बेहतर दिख रहा है। हालांकि टूर्नामेंट के जिस मैच पर सभी की निगाहें रहेंगी वो है 23 फरवरी को भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला मुकाबला। इसे लेकर सोशल मीडिया पर जंग छिड़ी हुई है। वहीं मुकाबलें में पुरानी यादों और जज्बातों का भी लंबा कारवां होगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच ये मैच दुबई में खेला जाएगा क्योंकि भारत ने सुरक्षा कारणों से टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया था।