पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सोमवार को अपने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट की मियाद तीन साल से घटाकर एक साल करने का फैसला कर लिया है। माना जा रहा है कि इससे पीसीबी को खिलाड़ियों को एकमुश्त फीस देने से राहत मिलेगी। पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने लाहौर में बुलाई गई बैठक में ये बड़ा फैसला लिया।
इस बैठक में पाकिस्तान के टेस्ट टीम के नए कोच जेसन गिलेस्पी, वनडे और टी20 के कोच गैरी कर्स्टन, असिस्टेंट कोच अज़हर महमूद, सलेक्टर मोहम्मद यूसुफ और असद शफीक समेत कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे। पीसीबी ने बताया कि टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की हार के बाद बोर्ड को ये बदलाव करना पड़ा है। इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान सुपर एट में भी नहीं पहुंच पाया था।
मीटिंग में ये फैसला भी लिया गया कि अब सभी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना जरूरी होगा। सलेक्टर्स को भी नेशनल टीम में सलेक्शन से पहले खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजर रखने की नसीहत दी गई है। जमीनी स्तर पर क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए हाई परफॉर्मेंस सेंटर को अपग्रेड करने पर भी पीसीबी काम कर रहा है। इस्लामाबाद और पेशावर में नए सेंटर बनाए जाएंगे और इनकी देखरेख की जिम्मेदारी जेसन गिलेस्पी और गैरी कर्स्टन को सौंपी गई है।