भारत के पूर्व ऑलराउंडर ऋषि धवन ने विजय हजारे ट्रॉफी के ग्रुप चरण के मैचों के समापन के बाद घरेलू सीमित ओवरों के टूर्नामेंट से संन्यास की घोषणा की है। 2016 में भारत के लिए तीन वनडे और एक टी20 मैच खेलने वाले धवन ने हिमाचल प्रदेश के टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में आगे नहीं बढ़ने के बाद ये फैसला लिया।
हालांकि, 34 साल के खिलाड़ी 23 जनवरी से शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी के शेष सत्र के लिए मौजूद रहेंगे। ऋषि धवन ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "मैं भारी मन से भारतीय क्रिकेट के सीमित ओवर से संन्यास की घोषणा करना चाहता हूं, हालांकि मुझे इसका कोई अफसोस नहीं है। ये एक ऐसा खेल है जिसने पिछले 20 सालों से मेरे जीवन को परिभाषित किया है।"
उन्होंने कहा, "इस खेल ने मुझे बहुत खुशी और अनगिनत यादें दी हैं जो हमेशा मेरे दिल के बहुत करीब रहेंगी।" 2021-22 में हिमाचल को एकमात्र हजारे खिताब दिलाने वाले धवन का इस साल प्रदर्शन औसत रहा। उन्होंने सात मैचों में 39.20 की औसत से 196 रन बनाए। इसमें एक अर्धशतक शामिल है। मध्यम गति के तेज गेंदबाज धवन ने इस सीजन में सात मैचों में आठ विकेट लिए।
उन्होंने कहा, "मैं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए), पंजाब किंग्स, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से मुझे दिए गए अवसरों के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं।" उन्होंने आगे कहा, "साधारण शुरुआत से लेकर सबसे बड़े मंचों पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना, ये मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मानजनक रहा है। क्रिकेट मेरा जुनून रहा है और हर सुबह उठने का मेरा कारण भी है।"
ऋषि धवन ने 134 लिस्ट ए मैच खेले और 186 विकेट लेने के अलावा 2906 रन बनाए। 135 टी20 में धवन ने 1740 रन और 118 विकेट हासिल किए। उन्होंने अपने पोस्ट के आखिर में लिखा, "मैं अपने सभी कोचों, मेंटरों, टीम के साथियों और सहयोगी स्टाफ को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे आज इस काबिल बनाया।" आईपीएल में ऋषि धवन ने 2013 से 2024 के बीच पंजाब किंग्स और मुंबई इंडियंस के लिए खेला, लेकिन उन्हें सीमित सफलता ही मिली।