New Delhi: भारत की पूर्व कुश्ती खिलाड़ी और तीन बार की कॉमनवेल्थ गेम्स पदक विजेता बबीता फोगाट ने आगामी कॉमनवेल्थ गेम्स से कुश्ती को बाहर किए जाने पर गहरी नाराज़गी जताई है। उन्होंने इसे न केवल भारत के पदक अवसरों का नुकसान बताया, बल्कि एक ऐसे खेल के लिए भी बड़ा झटका बताया जो लगातार आगे बढ़ रहा है और जिसमें कई बड़े नाम हैं।
बबीता ने कहा, "यह दुखद है कि इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में कुश्ती नहीं है।" उन्होंने अपने पुराने अनुभवों को याद करते हुए कहा कि भारत की स्थिति और भी बेहतर हो सकती थी अगर कुश्ती शामिल होती। उन्होंने खेल मंत्रालय से अपील करते हुए कहा, "हम खेल मंत्रालय से निवेदन करते हैं कि वह कुछ करे और अगली बार कुश्ती को फिर से शामिल करने की कोशिश करे।"
बबीता फोगाट ने ये भी बताया कि चाहे ग्रीको-रोमन हो या फ्रीस्टाइल कुश्ती, भारतीय पहलवान लगातार पदक जीत रहे हैं। हम लगातार अच्छा कर रहे हैं, यह नहीं कहा जा सकता कि हमारे पास बड़े नाम नहीं हैं। इसके साथ ही बबीता ने खेलों में महिलाओं की भागीदारी की भी सराहना की। उन्होंने कहा, "जब लड़कियां खेलों में भाग लेती हैं तो खुशी होती है। वो किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं हैं।" बबीता फोगाट ने महिला खिलाड़ियों की उपलब्धियों को भी खुलकर सराहा और लैंगिक समानता की बात दोहराई।