Uttarakhand: उत्तराखंड में देहरादून जिले के सहस्त्रधारा में बादल फटने से आई त्रासदी ने पर्यटन से जुड़े व्यापारियों को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। इस प्राकृतिक आपदा ने व्यापारियों को झकझोर कर रख दिया है। हालात ये हैं कि लोगों के घर तो बर्बाद हुए ही हैं साथ ही व्यवसाय भी बहुत हद तक प्रभावित हुए हैं जिससे आजीविका का संकट गहरा गया है।
जिन जगहों पर होटल और दुकानें हुआ करती थीं वो इस प्राकृतिक आपदा में क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं और अब व्यापारी सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं, ताकि वे फिर से अपनी आजीविका का साधन जुटा सकें। व्यापारियों का कहना है कि उन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है हालांकि वे फिर से अपने व्यवसाय को खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनका मानना है कि ये सरकारी सहयोग के बिना संभव नहीं है।
देहरादून के सहस्त्रधारा में सोमवार को भारी बारिश और बादल फटने से सड़कें, पुल और इमारतें बह गईं। इस प्राकृतिक आपदा में 15 लोगों की मौत हो गई और कई लोग जल प्रलय में फंस गए थे। उत्तराखंड के जिन इलाकों में प्राकृतिक आपदा से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ उनमें सहस्त्रधारा, प्रेमनगर, मसूरी, नरेंद्र नगर, पौडी, पिथौरागढ़ और नैनीताल शामिल हैं।