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Nightclub Fire: लूथरा बंधुओं को दिल्ली से गोवा लाया गया, मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले गई पुलिस

Nightclub Fire: ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब के सह-मालिकों गौरव और सौरभ लूथरा को छह दिसंबर को आग लगने की घटना के मामले में थाईलैंड से प्रत्यर्पित किए जाने के बाद बुधवार को दिल्ली से गोवा लाया गया। नाइट क्लब में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी गोवा के अरपोरा स्थित नाइट क्लब में लगी भीषण आग के संबंध में गोवा पुलिस उनसे पूछताछ करेगी।

गोवा पुलिस की एक टीम लूथरा बंधुओं के साथ सुबह 10.45 बजे उत्तरी गोवा के मोपा स्थित मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी। दोनों को पहले उत्तरी गोवा के सियोलिम स्थित एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा जांच के लिए ले जाया गया। बाद में उन्हें उत्तरी गोवा के मापुसा स्थित जिला अस्पताल में ले जाया गया।

पुलिस की छह जीपों का काफिला उन्हें हवाई अड्डे से मेडिकल केंद्र तक ले गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों भाइयों को अलग-अलग वाहनों में बैठाया गया था। एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें पूछताछ के लिए अंजुना पुलिस थाने ले जाया जा सकता है। आरोपियों को नियमित रिमांड के लिए मापुसा की अदालत में भी पेश किया जाएगा। आग लगने की घटना के बाद अंजुना पुलिस ने लूथरा बंधुओं के खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज किया था।

थाईलैंड से निर्वासित होने के बाद दिल्ली पहुंचते ही लूथरा बंधुओं को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। वहां की एक अदालत ने गोवा पुलिस को उनकी दो दिन की ट्रांजिट रिमांड की अनुमति दी। दोनों आरोपी सात दिसंबर की सुबह अपने नाइटक्लब में आग लगने के कुछ घंटों बाद थाईलैंड के फुकेट भाग गए थे, जिसके बाद अधिकारियों ने उनके खिलाफ इंटरपोल का ‘ब्लू कॉर्नर नोटिस’ जारी करवाया और उनके पासपोर्ट रद्द कर दिए गए।

भारत सरकार के अनुरोध के बाद 11 दिसंबर को थाई अधिकारियों ने उन्हें फुकेट में हिरासत में ले लिया था। भारत सरकार ने दोनों देशों के बीच कानूनी संधियों के तहत उन्हें निर्वासित करने के लिए थाईलैंड के अधिकारियों के साथ समन्वय किया। गोवा पुलिस इस अग्निकांड के संबंध में नाइट क्लब के पांच प्रबंधकों और स्टाफ सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।