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सुबह या शाम... बढ़ते पॉल्यूशन में वॉक करने के लिए सबसे सही वक्त कौन-सा

आजकल शहरों में बढ़ते पॉल्यूशन के कारण सांस लेना भी एक चुनौती बन गया है। खासकर दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर कभी-कभी बहुत बढ़ जाता है, जो स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकता है। ऐसे में वॉक करने का सही वक्त चुनना बहुत जरूरी हो जाता है, ताकि हमें ताजगी मिले, लेकिन साथ ही प्रदूषण से बचाव भी हो सके। तो क्या सबसे अच्छा समय है सुबह या शाम में वॉक करने के लिए? आइए जानते हैं।

सुबह में वॉक करना: फायदे और नुकसान

फायदे
ताजगी और ताजे हवा का अनुभव: सुबह के वक्त वातावरण में ताजगी होती है और वायु प्रदूषण का स्तर अपेक्षाकृत कम होता है। सुबह में वॉक करने से ताजे और शुद्ध वायु का सेवन किया जा सकता है, जो शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद है।
शरीर के लिए बेहतर: सुबह में शरीर और मस्तिष्क ताजगी से भरे होते हैं। वॉक से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और दिनभर की सक्रियता के लिए मानसिक स्थिति मजबूत होती है।
हॉर्मोनल बैलेंस: सुबह का समय शरीर में सही हॉर्मोनल बैलेंस बनाए रखने के लिए भी लाभकारी है। इस समय वॉक करने से एंडोर्फिन्स (हैप्पी हार्मोन) का स्त्राव अधिक होता है, जो मानसिक शांति प्रदान करता है।

नुकसान
कुछ इलाकों में प्रदूषण: अगर आप किसी ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहां सुबह के समय वायु प्रदूषण का स्तर अधिक है, तो वॉक करने से बचना चाहिए। ऐसे में आपको सुबह के बजाय शाम को वॉक करना बेहतर हो सकता है।

शाम में वॉक करना: फायदे और नुकसान

फायदे
वायु प्रदूषण कम होता है: कई अध्ययन बताते हैं कि शाम के समय वायु प्रदूषण का स्तर कुछ हद तक कम होता है, क्योंकि दिन भर का ट्रैफिक और उद्योगों से निकलने वाली धुंआ कम होने लगता है। विशेष रूप से ठंडे मौसम में, शाम का समय वॉक के लिए अधिक आदर्श हो सकता है।
तनाव कम करने के लिए अच्छा: दिनभर के कामकाजी तनाव और थकावट के बाद, शाम को वॉक करने से मानसिक शांति मिलती है और रात की नींद बेहतर होती है।
साँस लेने में राहत: शाम के समय वातावरण में नमी और ताजगी होती है, जो सांस लेने को आरामदायक बनाती है।

नुकसान
धुंआ और ट्रैफिक: अगर आप किसी ऐसे इलाके में रहते हैं, जहां शाम के समय ट्रैफिक ज्यादा होता है, तो प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ सकता है, जिससे वॉक करना नुकसानदायक हो सकता है। विशेष रूप से गर्मियों में, शाम के वक्त हवा में नमी अधिक होती है, जिससे सांस में परेशानी हो सकती है।

सही समय का चुनाव
आपके वॉक करने का सबसे अच्छा वक्त इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस क्षेत्र में रहते हैं और वहां प्रदूषण का स्तर किस समय अधिक होता है।
अगर आप किसी प्रदूषित इलाके में रहते हैं, तो कोशिश करें कि आप सुबह के समय वॉक करें, जब प्रदूषण का स्तर कम होता है। इसके अलावा, सुबह का ताजापन और ताजे हवा का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
अगर आपके क्षेत्र में दिनभर का प्रदूषण बहुत ज्यादा हो, तो शाम का वक्त बेहतर हो सकता है, क्योंकि इस समय वायु प्रदूषण घटने लगता है और हवा में ताजगी होती है।

क्या ध्यान रखें?
हवा की गुणवत्ता जांचें: आप अपने इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की जांच कर सकते हैं। यदि AQI खराब हो, तो बाहर वॉक करने से बचें।
मास्क का उपयोग करें: अगर वायु प्रदूषण अधिक है, तो वॉक करते समय एन95 मास्क का उपयोग करें, जो आपको प्रदूषण से बचाए रखेगा।
प्राकृतिक स्थान चुनें: जहां भी आप वॉक करें, कोशिश करें कि वह स्थान हरा-भरा और कम ट्रैफिक वाला हो। इससे ताजगी का अनुभव होगा और प्रदूषण से भी बचाव होगा।

सामान्य तौर पर, सुबह का समय वॉक करने के लिए आदर्श माना जाता है, खासकर अगर प्रदूषण का स्तर कम है। लेकिन अगर आप ऐसे इलाके में रहते हैं जहां प्रदूषण अधिक होता है, तो शाम का वक्त बेहतर हो सकता है। अपनी सेहत और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए, सही समय का चुनाव करें और वॉक का आनंद लें।