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महाराष्ट्र: मुंबई में लालबागचा राजा का विसर्जन जारी, बप्पा को विदाई देने के लिए उमड़ी भीड़

भगवान गणपति की मूर्तियों के विसर्जन के लिए जुलूस मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा और धूमधाम के साथ मुंबई और महाराष्ट्र के दूसरे हिस्सों में निकाले जा रहे हैं। मूर्तियों के विसर्जन के साथ 10 दिनों का गणेशोत्सव खत्म हो जाएगा। सात सितंबर से शुरू हुआ गणेश उत्सव मंगलवार को 'अनंत चतुर्दशी' के साथ खत्म होगा।

इस उत्सव को भव्यता के साथ मनाने के लिए मशहूर मुंबई के लालबाग इलाके में तेजुकाया और गणेश गली मंडलों की विसर्जन यात्रा ‘गणपति बप्पा मोरया, पुढच्या वर्षी लवकर या’ यानी अगले बरस जल्दी आना भगवान के जयकारों के साथ शुरू हुई। लालबागचा राजा की मशहूर मूर्ति को विदाई देने के लिए चिलचिलाती धूप में भी लालबाग की गलियों में भीड़ उमड़ पड़ी। इस मूर्ति के दर्शन के लिए सबसे ज्यादा संख्या में श्रद्धालु, मशहूर हस्तियां और नाम-गिरामी हस्तियां आती हैं।

फोर्ट, मझगांव, बायकुला, दादर और चेंबूर सहित मुंबई के अलग-अलग हिस्सों से जुलूस विसर्जन के लिए अरब सागर और दूसरे जल निकायों की ओर बढ़ेंगे। इसी के साथ इस साल के उत्सव का समापन होगा। जब मूर्तियों को पंडालों से विसर्जन की जगह ले जाने के लिए निकाला गया तो बप्पा की आखिरी झलक पाने के लिए श्रद्धालु सड़कों पर, खासकर गिरगांव समुद्र तट की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर बड़ी तादाद में उमड़ पड़े।

गणेश प्रतिमाओं पर फूलों की बारिश देखने के लिए लालबाग की श्रॉफ बिल्डिंग में भी बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। लालबागचा राजा की मूर्ति दोपहर करीब 12:45 बजे मुख्य सड़क पर आई और भारतमाता जंक्शन की ओर रवाना हुई। रंगारी बडक चाल गणपति, कालाचौकी महागणपति और बाल गणेश मंडल के बल्लालेश्वर की शोभा यात्रा भी मुख्य मार्गों पर पहुंची।

अधिकारियों ने बताया कि शोभा यात्रा के दौरान मुंबई में 24 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। घरों और सार्वजनिक पंडालों में स्थापित गणेश मूर्तियों का विसर्जन शहर भर में 204 अर्टिफिशियल तालाबों के साथ गिरगांव, दादर, जुहू, मार्वे और अक्सा समुद्र तटों जैसे 69 प्राकृतिक जल निकायों में किया जाएगा। 

बीएमसी यानी बृहन्मुंबई नगर निगम  के अधिकारियों के मुताबिक, सार्वजनिक पंडालों पर बनी गणपति की छह मूर्तियों समेत 675 गणपति और गौरी की मूर्तियों को जलाशयों में विसर्जित किया गया। उन्होंने बताया कि इनमें से 235 मूर्तियों को कृत्रिम तालाबों में विसर्जित किया गया। 

बीएमसी ने कहा कि उसने शोभा यात्रा प्रबंधन के लिए 12 हजार से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया है और 71 कंट्रोल रूम बनाए हैं। सुरक्षा इंतजामों को पुख्ता बनाने के लिए शहर के समुद्र तटों पर 761 ‘लाइफगार्ड’ और 48 ‘स्पीड बोट’ तैनात की गई हैं। इस दौरान नागरिकों को गहरे समुद्र में जाने से बचने की सलाह दी गई है।

शोभा यात्रा के दौरान 2500 से ज्यादा ट्रैफिक पुलिस कर्मी शहर भर में गाड़ियों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करेंगे। कुछ सड़कों पर एंट्री बंद रहेगी और कुछ रूटों पर ट्रैफिक सिर्फ एक ओर जारी रहेगा, जबकि कुछ जगहों पर रूट में बदलाव किया गया है।