भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मंगलवार को कहा कि हेड कोच गौतम गंभीर का स्टाइल पूर्व कोच राहुल द्रविड़ से अलग है लेकिन नए कोच के साथ उनका तालमेल अच्छा है। वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे सलामी बल्लेबाज गंभीर ने जुलाई में श्रीलंका के खिलाफ लिमिटेड ओवर सीरीज से भारतीय टीम के कोच की जिम्मेदारी संभाली थी। बांग्लादेश के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रही दो मैचों की सीरीज में पहली बार टेस्ट टीम उनकी देखरेख में मैदान पर उतरेगी।
गंभीर के गाइडेंस में भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज में सूपड़ा साफ किया था जबकि वनडे सीरीज में टीम को 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था। कप्तान रोहित ने बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘जाहिर तौर पर राहुल भाई, विक्रम राठौड़ और पारस महाम्ब्रे एक अलग टीम थे। हमें पता है कि नया स्पोर्ट स्टाफ अलग नजरिया लाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ श्रीलंका में हमने (नए स्टाफ के साथ) जो मैच खेले, वे चीजों को समझते हैं और उन्हें तालमेल बैठाने में कोई परेशानी नहीं है। वे टीम के माहौल में ढलने लगे हैं।’’ द्रविड़ का कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप के बाद खत्म हुआ था। भारतीय टीम अमेरिका और वेस्टइंडीज में खेले गये इस वर्ल्ड कप में चैंपियन बनीं थी। द्रविड़ अब आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स का मार्गदर्शन करेंगे।
टीम इंडिया के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ की जगह असिस्टेंट कोच के तौर पर अभिषेक नायर ने और बॉलिंग कोच पारस महाम्ब्रे की जगह दक्षिण अफ्रीका के मोर्ने मोर्कल ने जिम्मेदारी संभाली है। नीदरलैंड के पूर्व हरफमौला रियान टेन डोएशे भी टीम के साथ असिस्टेंट कोच के तौर पर जुड़े हैं। नायर का टीम इंडिया के साथ जुड़ना लगभग तय था। हालांकि आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स में गंभीर के साथ काम कर चुके मोर्केल और डोएशे ने सपोर्ट स्टाफ की दौड़ में पूर्व तेज गेंदबाजों आर. विनयकुमार और एल. बालाजी को पछाड़ दिया।
रोहित ने गंभीर के साथ उनके खेलने के दिनों के लंबे संबंधों और मुंबई ड्रेसिंग रूम में अभिषेक नायर के साथ अपने बेहतर वर्किंग संबंधों का जिक्र किया। रोहित ने कहा, ‘‘ये निश्चित रूप से एक नया (सहायक) स्टाफ है, लेकिन मैं गौतम गंभीर और अभिषेक नायर को काफी लंबे वक्त से जानता हूं। हर किसी की काम करने की अपनी शैली होती है और हम पहले से इस बात को समझते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने करियर के 17 साल में अलग-अलग कोच के साथ काम किया है, और ये समझना अहम है कि उन सभी का (क्रिकेट के बारे में) एक अनूठा नजरिया है, और ये जरूरी है कि आप उनके साथ तालमेल बिठाएं।’’ रोहित ने हालांकि इससे पहले मोर्कल या डोएशे के साथ कभी काम नहीं किया है लेकिन वे इन पूर्व खिलाड़ियों से तालमेल बिठाने के बारे में जानते हैं।
जुलाई में हेड कोच के तौर पर जिम्मेदारी संभालने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत में 42 साल के गंभीर ने टीम के सीनियर खिलाड़ियों के साथ अपने समीकरण को लेकर आशंकाओं को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वे अपने खेल के दिनों में उनसे अच्छी तरह से वाकिफ थे।