Breaking News

कंबोडिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी: थाईलैंड     |   मणिपुर के 10 बीजेपी विधायक केंद्रीय नेताओं से मिलने दिल्ली के लिए रवाना     |   कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हैदराबाद पहुंचे     |   केरल: एलडीएफ को हराकर तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की     |   लियोनेल मेसी टूर: कोलकाता स्टेडियम में बदइंतजामी पर पुलिस एक्शन, ऑर्गेनाइजर हिरासत में     |  

उम्मीद पोर्टल पर वक्फ संपत्ति पंजीकरण में उत्तर प्रदेश अव्वल

लखनऊ, 13 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश ने 'उम्मीद पोर्टल' पर वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण के मामले में देश में पहला स्थान हासिल किया है। प्रदेश में 92 हजार से ज्यादा वक्फ संपत्तियों का पंजीकरण पूरा कर लिया गया है।

राज्य सरकार द्वारा शनिवार को यहां जारी एक बयान के मुताबिक अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा इसी साल छह जून को शुरू किए गए 'उम्मीद पोर्टल' पर गत पांच दिसंबर तक सभी वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण का आदेश जारी किया गया था।

उत्तर प्रदेश में पांच दिसंबर तक कुल 92 हजार 832 वक्फ संपत्तियों का ऑनलाइन पंजीकरण पूरा कर लिया गया है। इसमें 86 हजार 347 सुन्नी और 6,485 शिया वक्फ संपत्तियां शामिल हैं।

बयान के मुताबिक हालांकि केंद्र सरकार ने वक्फ संपत्तियों के रजिस्ट्रेशन की तिथि को छह माह के लिए बढ़ा दिया है। मगर उत्तर प्रदेश की ये उपलब्धि वक्फ बोर्डों की संपत्तियों के संरक्षण और विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

उम्मीद पोर्टल के देशव्यापी आंकड़ों के अनुसार पूरे भारत में अब तक हुए कुल वक्फ संपत्तियों का डिजिटल पंजीकरण करने के मामले में उत्तर प्रदेश का योगदान सर्वाधिक है। हालांकि केंद्र सरकार ने उम्मीद पोर्टल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अवधि को बढ़ा दिया है, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की सक्रियता से यह लक्ष्य न केवल समय पर पूरा हुआ, बल्कि निर्धारित अवधि से पहले ही हासिल कर लिया गया।

उम्मीद पोर्टल के जनपदवार विवरण से पता चलता है कि शिया वक्फ संपत्तियों के ऑनलाइन पंजीकरण के मामले में लखनऊ सबसे आगे रहा। राजधानी में 625 शिया वक्फ संपत्तियां दर्ज हुई हैं। उसके बाद 539 शिया वक्फ संपत्तियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ जनपद अमरोहा दूसरे और 533 वक्फ संपत्तियों के साथ मेरठ तीसरे स्थान पर रहे हैं।

आंकड़ों के अनुसार सुन्नी वक्फ संपत्तियों के उम्मीद पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के मामले में 4940 वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण के साथ बाराबंकी पहले नंबर पर रहा।

वहीं सीतापुर, दूसर और आजमगढ़ तीसरे स्थान पर रहा।

बिजनौर, मुरादाबाद, सहारनपुर, मेरठ, और जौनपुर जनपद भी सुन्नी वक्फ संपत्तियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के मामले में अग्रणी जनपद हैं।

भाषा

सलीम रवि कांत