(ब्रजेन्द्र नाथ सिंह)
भोपाल, 13 दिसंबर (भाषा) मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्यप्रदेश के नक्सल मुक्त होने के बाद शनिवार को कहा कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिलों को विशेष पैकेज देकर आदर्श जिलों के रूप में विकसित करेगी ताकि वे प्रदेश के अन्य समृद्ध जिलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ें।
मुख्यमंत्री के रूप में दो साल का कार्यकाल पूरा करने के अवसर पर ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में यादव ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सत्ता में रहने के दौरान उसने नक्सलवाद की चुनौती को नजरअंदाज किया जबकि उनकी ही पार्टी के कई नेता इसके शिकार बने।
अब नक्सल मुक्त हो चुके मध्यप्रदेश के इलाकों के लिए सरकार की योजना के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘नक्सलवाद से प्रभावित रहे बालाघाट, मंडला और डिंडोरी के लिए हम विशेष पैकेज लेकर आ रहे हैं और अच्छी योजनाएं बना रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भविष्य में यह तीनों आदर्श जिले बनें, इसके लिए काम किया जा रहा है। नक्सलवाद के कारण इन जिलों के लिए 20-25 साल बहुत खराब रहे। हम बहुत ठोस योजना बना रहे हैं ताकि विकास की राह में पीछे छूट गए ये जिले अन्य जिलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सकें।’’
मध्यप्रदेश के 19 वें मुख्यमंत्री के रूप में 13 दिसंबर, 2023 को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेने वाले यादव ने पिछले बृहस्पतिवार को मध्यप्रदेश के नक्सल मुक्त होने की घोषणा की थी और इसे अपने नेतृत्व वाली सरकार के दो सालों के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि बताई थी।
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा बालाघाट जिले के बिरसा थाना क्षेत्र में कोरका के केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) शिविर में दो कुख्यात नक्सलियों (दीपक और रोहित) के आत्मसमर्पण करने के बाद की थी। दीपक पर 29 लाख रुपये और रोहित पर 14 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
मुख्यमंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मार्गदर्शन मिलने और उनकी सरकार के संकल्प के कारण ही मध्यप्रदेश ने 35 साल पुरानी माओवाद की चुनौती को समाप्त किया।
मध्यप्रदेश के सिंगरौली में कथित तौर पर बड़े पैमाने पर जारी पेड़ों की कटाई के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री यादव ने आरोप लगाया कि देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी को विकास पसंद नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस का काम रोते रहना है। उसके लिए हम कुछ नहीं कर सकते। कांग्रेस कभी विकास पसंद नहीं करती है। हमेशा बाधा खड़ी करती रहती है।’’
यादव ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में मध्यप्रदेश में सिर्फ तीन बाघ अभयारण्य थे जबकि आज इनकी संख्या बढ़कर नौ हो गई और यह लगातार बढ़ ही रही है।
कांग्रेस पर निशाना साधना जारी रखते हुए यादव ने कहा कि उनके राज में 55 सालों में सिंचाई का रकबा सिर्फ साढ़े सात लाख हेक्टेयर था जबकि आज यह 52 लाख हेक्टेयर से ऊपर हो गया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जमाने में पांच मेडिकल कॉलेज थे जो आज 40 के आसपास हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस तो बहुत पीछे चल रही है। कांग्रेस केवल अपना काम करती है, हम उसे उनके हाल पर छोड़ते हैं।’’
कांग्रेस के नेताओं ने पिछले दिनों सिंगरौली में प्रदर्शन किया और आरोप लगाया था कि क्षेत्र को ‘कुशल विकास’ का नाम देकर आदिवासियों को अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
कांग्रेस का दावा है कि सिंगरौली जिले के जंगलों में छह लाख पेड़ों की कटाई की जा रही है और ऐसा तीन कोयला खदानों को अदाणी समूह को देने के लिए किया जा रहा है।
भाषा ब्रजेन्द्र रवि कांत संतोष
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