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भारत के गिरफ्तार करने पर पाकिस्तानी मछुआरों के परिवारों ने सरकार से उनकी रिहाई की अपील की

कराची, 13 दिसंबर (भाषा) भारतीय समुद्री प्राधिकारियों द्वारा इस सप्ताह पकड़े गए गए दो नाबालिगों समेत 11 पाकिस्तानी मछुआरों के परिवारों ने उनकी रिहाई की अपील की है तथा दलील दी है कि वे गरीब मछुआरे हैं।

परिवारों ने पाकिस्तान सरकार से आग्रह किया कि उन्हें कूटनीतिक माध्यमों से रिहा कराएं।

गिरफ्तार मछुआरों में से एक गुलाम मुस्तफा के पिता अहमद ब्रोही ने कहा कि वे सभी पश्चिम कराची के इब्राहिम हैदरी गांव में एक-दूसरे के आस-पास ही रहते थे।

इब्राहिम हैदरी में अधिकतर मछुआरे रहते हैं।

उन्होंने शनिवार को कहा, ‘‘हम सभी गरीब लोग हैं और हम मछली पकड़कर अपना गुजर-बसर करते है। मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि वह कुछ करे क्योंकि हम पहले ही बहुत कुछ झेल चुके हैं।’’

अहमद के अनुसार, चार साल पहले तीन मछुआरों को सर क्रीक जल क्षेत्र के पास अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और वे अब भी भारतीय जेलों में हैं।

भारतीय मीडिया ने बताया कि उनके तटरक्षक बल ने बुधवार को 11 पाकिस्तानी मछुआरों को पकड़ लिया था, क्योंकि उनकी नौका जखाउ के पास भारतीय जल सीमा के अंदर पाई गई थी।

सिंध मत्स्य पालन विभाग की अध्यक्ष फातिमा मजीद ने कहा कि हो सकता है कि मछुआरे गलती से काजर क्रीक के पास भारतीय जल क्षेत्र में चले गए होंगे।

फातिमा ने कहा कि दोनों देशों के बीच अरब सागर में कोई स्पष्ट सीमांकन नहीं है, इसलिए ज्यादातर गिरफ्तारियां काजर क्रीक या सर क्रीक जल के पास होती हैं, जो भारतीय राज्य गुजरात के करीब हैं।

फातिमा ने कहा कि इस बार गिरफ्तार किए गए नौ मछुआरों के साथ दो बच्चे जहीर (12) और हबीब (15) भी थे जिन्हें हिरासत में लिया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारतीय प्राधिकारियों से आग्रह करती हूं कि कम से कम मानवीय आधार पर बच्चों को रिहा किया जाए।’’

सिंध प्रांत में गरीब मछुआरों के लिए आवाज उठाने वाले समूह ‘पाकिस्तान फिशरफोक फोरम’ के रिकॉर्ड के अनुसार, नवीनतम गिरफ्तारियों के साथ भारतीय जेलों में पाकिस्तानी मछुआरों की संख्या लगभग 74 हो गई है।

भाषा यासिर संतोष

संतोष