नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) भारत ने चीन से निर्यात नियंत्रण से संबंधित लंबित मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने का आह्वान किया है।
दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख विवाद के बाद संबंधों को फिर से मजबूत करने के कदमों की समीक्षा की है।
विदेश मंत्रालय के पूर्वी एशिया प्रभाग में संयुक्त सचिव सुजीत घोष की बीजिंग की दो दिवसीय यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
घोष ने चीनी विदेश मंत्रालय में एशियाई मामलों के विभाग के महानिदेशक के साथ व्यापक चर्चा करने के अलावा चीनी उप विदेश मंत्री सन वेइडोंग से भी मुलाकात की।
भारतीय अधिकारी की बीजिंग यात्रा शुक्रवार को संपन्न हो गई।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय पक्ष ने निर्यात नियंत्रण से संबंधित लंबित मुद्दों के शीघ्र समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया।
यह पता चला है कि भारत दुर्लभ खनिजों के निर्यात पर चीन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर चिंतित है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'चर्चाएं रचनात्मक और भविष्योन्मुखी रहीं। दोनों पक्षों ने दोनों देशों के नेताओं के रणनीतिक मार्गदर्शन के महत्व पर प्रकाश डाला और द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति का सकारात्मक आकलन किया, जिसमें जन-केंद्रित गतिविधियों को प्राथमिकता दी गई।'
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने आगामी वर्ष के लिए निर्धारित आदान-प्रदान और गतिविधियों की समीक्षा की।
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'भारतीय पक्ष ने निर्यात नियंत्रण से संबंधित लंबित मुद्दों के शीघ्र समाधान की आवश्यकता पर बल दिया। पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर भी संक्षेप में चर्चा की गई।'
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'इस यात्रा के दौरान, संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने चीनी वाणिज्य मंत्रालय के महानिदेशक (एशियाई मामलों) से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय व्यापार और वाणिज्यिक मुद्दों पर चर्चा की।'
भाषा आशीष पवनेश
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