ठाणे, 10 सितंबर (भाषा) नेपाल में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण जारी अशांति की वजह से ठाणे जिले के मुरबाड तालुका के 112 पर्यटक पड़ोसी देश की राजधानी काठमांडू और पोखरा शहरों में फंस गए हैं।
मुरबाड विधायक किसन कथोरे ने बताया कि समूह ने महाराष्ट्र सरकार से सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने की अपील की है।
उन्होंने कहा, ‘‘इनमें से 47 पर्यटक वर्तमान में काठमांडू के एक होटल में ठहरे हुए हैं, जहां सबसे भीषण दंगे हुए हैं। शेष 65 पर्यटक पोखरा के एक होटल में ठहरे हुए हैं।’’
उन्होंने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘हमने इन 112 पर्यटकों की सुरक्षित वापसी के संबंध में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और ठाणे के जिलाधिकारी से बात की है।’’
कथोरे के साथ एक वीडियो कॉल पर हुई बातचीत में फंसे हुए पर्यटकों ने जमीनी हालात से उन्हें अवगत कराया और जल्द से जल्द घर वापसी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया। बढ़ती हिंसा और स्थिति की अनिश्चितता के कारण फंसे हुए लोगों का समूह असुरक्षित और चिंतित महसूस कर रहा है।
नेपाल में मंगलवार को एक गंभीर राजनीतिक संकट उत्पन्न हो गया, जब प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली ने दूसरे दिन भी बड़े पैमाने पर जारी प्रदर्शनों के बीच इस्तीफा दे दिया। प्रदर्शन के दौरान हिंसा में 19 लोगों की मौत के एक दिन बाद, प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी इमारतों पर धावा बोल दिया और संसद के साथ-साथ कई प्रमुख नेताओं के घरों में आग लगा दी।
सोशल मीडिया पर सरकारी प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुआ छात्रों के नेतृत्व में ‘जेन ज़ी’ प्रदर्शन एक बड़े अभियान में बदल गया, जो कथित भ्रष्टाचार और आम लोगों के प्रति उदासीनता के कारण ओली सरकार एवं देश के राजनीतिक अभिजात वर्ग को लेकर बढ़ते सार्वजनिक आक्रोश को दर्शाता है।
भाषा सुरभि पवनेश
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