मुंबई, 10 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने बुधवार को कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के साथ कोई अन्याय नहीं होगा और मराठा आरक्षण की अधिसूचना के अनुसार केवल उन्हीं को कुनबी प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे, जिनके पास प्रामाणिक रिकॉर्ड होंगे।
उन्होंने कहा कि आरक्षण का लाभ उठाने के लिए कुनबी प्रमाण पत्र पाने के इच्छुक मराठा समुदाय के आवेदकों को अपने वंश से संबंधित कागजात प्रस्तुत करने होंगे, जिसमें पहले से ही ओबीसी का दर्जा प्राप्त कृषक समूह, ग्राम पंचायत और तहसीलदार स्तर की समिति की रिपोर्ट शामिल हो, और ये जातिगत दस्तावेज उचित सत्यापन के बाद ही जारी किए जाएंगे।
यहां मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में ओबीसी मुद्दों पर नवगठित कैबिनेट उप-समिति की पहली बैठक की अध्यक्षता करने के बाद बावनकुले ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उप-विभागीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी फर्जी (कुनबी) प्रविष्टि स्वीकार न की जाए। सरकार के फैसले को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।’’
कुनबी एक पारंपरिक कृषक समुदाय है और उन्हें नौकरियों व शिक्षा में सरकारी आरक्षण का पात्र बनाने के लिए महाराष्ट्र में ओबीसी श्रेणी की सूची में शामिल किया गया है।
भाषा जोहेब शफीक
शफीक