नयी दिल्ली, 10 सितंबर (भाषा) नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बुधवार को कहा कि भारत की स्वच्छ ईंधन आधारित बिजली उत्पादन क्षमता वर्ष 2014 के 81 गीगावाट से तीन गुना होकर 250 गीगावाट के स्तर पर पहुंच गई है।
देश का लक्ष्य वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करना है।
जोशी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘भारत की गैर-जीवाश्म ईंधन(स्वच्छ ईंधन) पर आधारित स्थापित क्षमता 2014 से पहले 81 गीगावाट थी जो बढ़कर वर्ष 2025 में 250 गीगावाट हो गई है। निरंतर वृद्धि का यह दशक स्वच्छ, टिकाऊ और नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति देश की दृढ़ प्रतिबद्धता को बताता है। यह एक हरित भविष्य की ठोस नींव रखता है।’’
मंत्री ने कहा कि सौर, पवन, जलविद्युत, जैव-ऊर्जा और परमाणु ऊर्जा में यह उपलब्धि वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में महत्वपूर्ण है। यह भारत को स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक अगुवा बनाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘गैर-जीवाश्म ईंधन की 250 गीगावाट बिजली उत्पादन क्षमता में 123.13 गीगावाट सौर, 52.68 गीगावाट पवन ऊर्जा, 55.22 गीगावाट जल विद्युत, 11.60 गीगावाट जैव ऊर्जा और 8.78 गीगावाट परमाणु ऊर्जा शामिल है।’’
भाषा रमण प्रेम
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