जम्मू, 10 सितंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह पार्टी के डोडा विधायक मेहराज मलिक को जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिए जाने के खिलाफ यहां एक विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया कि जहां भी आप का प्रभाव बढ़ता है वे उसे ‘कुचलने’ की कोशिश कर रहे हैं।
सिंह ने मलिक की हिरासत की कड़ी निंदा करते हुए इसे अवैध और असंवैधानिक बताया तथा कहा कि जम्मू कश्मीर के पूरे इतिहास में किसी भी विधायक पर पीएसए नहीं लगाया गया।
सिंह ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा और प्रधानमंत्री केवल एक ही काम करते हैं - जहां भी आम आदमी पार्टी आगे बढ़ती है और उसका प्रभाव बढ़ता है, वे उसे दबाने और कुचलने की कोशिश करते हैं। सबसे महत्वपूर्ण काम जो वे करते हैं वह है हमारे खिलाफ झूठे मामले दर्ज करना और हमारे नेताओं को जेल में डालना।’’
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन समेत मैं खुद हूं और अब मेहराज मलिक इसके जीते जागते सबूत हैं। सभी को जेल भेजा गया।’’
पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी इमरान हुसैन के साथ सिंह ने कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री की नीति आप को हर जगह कुचलने की है, लेकिन हम इसका विरोध करेंगे।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि आप के खिलाफ हर साजिश के पीछे भाजपा का हाथ है और ये यहां भी दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि जो कोई भी भाजपा के खिलाफ बोलता है उसे मादक पदार्थ तस्कर या उससे भी बदतर करार दिया जाता है।
सिंह ने कहा कि पार्टी और उसका नेतृत्व इस ‘गैरकानूनी कृत्य’ के खिलाफ सड़क से लेकर संसद और अदालतों तक लड़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मेहराज मलिक लोगों के लिए एक अस्पताल की मांग कर रहे थे इसलिए उन पर पीएसए लगाया गया। विरोध प्रदर्शन कर रहे एक निर्वाचित प्रतिनिधि पर तुम पीएसए लगा रहे हो जो आमतौर पर आतंकवादियों पर लगाया जाता है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उमर अब्दुल्ला सरकार भी उन्हीं समस्याओं का सामना कर रही है जिनका सामना दिल्ली में आप सरकार को करना पड़ा था, उन्होंने कहा कि वह चुनाव से पहले ही इस बारे में बोल चुके हैं।
आप नेता ने कहा, ‘‘उमर अब्दुल्ला ने ऐसे सभी कठोर कानूनों के खिलाफ लड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया था और जम्मू कश्मीर के लोगों के अधिकारों के लिए खड़े हुए थे। आज उन वादों को पूरा करने का समय आ गया है।’’
विधायक मलिक द्वारा अधिकारियों के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र भाषा के प्रयोग के बारे में पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अधिकारी ही अक्सर जनता के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं।
नेपाल में हिंसा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह जन विद्रोह को दर्शाता है। ‘हम हिंसा का समर्थन नहीं करते, लेकिन लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकारों को जनता की शिकायतों का समाधान करना चाहिए।
उपराष्ट्रपति पद के लिए हुए मतदान के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘किस पार्टी ने क्रॉस वोटिंग की और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं - पार्टी इसकी जांच करेगी और तदनुसार कार्रवाई करेगी।’’
बाढ़ राहत पैकेजों पर उन्होंने कहा कि पंजाब को दिया गया 1,600 करोड़ रुपये का पैकेज राज्य के प्रति सौतेला व्यवहार है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 75वें जन्मदिन के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री उस दिन इस्तीफा दे देंगे।’’
भाषा यासिर नरेश
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