(सुष्मिता गोस्वामी)
गुवाहाटी, 10 सितंबर (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव एम ए बेबी ने कहा है कि असम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार सुनिश्चित करने के लिए विपक्षी गठबंधन के हिस्से के रूप में उनकी पार्टी ‘बलिदान’ देने को तैयार है।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है और उन 14 सीट की पहचान की है जिन पर उसकी ‘अच्छी-खासी मौजूदगी’ है।
उन्होंने भाजपा पर राज्य को ‘सामाजिक-राजनीतिक-सांस्कृतिक क्षति’ पहुंचाने का भी आरोप लगाया।
बेबी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘हम भाजपा विरोधी दलों को एक साथ लाने की विभिन्न संभावनाओं पर चर्चा कर रहे हैं।’’
बेबी पार्टी का शीर्ष पद संभालने के बाद असम के अपने पहले दौरे के दौरान राज्य में माकपा की गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने भाजपा पर ‘‘बांग्ला भाषी मुसलमानों को बांग्लादेशी या मिया बताकर राज्य में एक बहुत ही अमानवीय गतिविधि चलाने’’ का आरोप लगाया।
‘मिया’ मूल रूप से असम में बांग्ला भाषी मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक शब्द है और गैर-बांग्ला भाषी लोग आमतौर पर उन्हें बांग्लादेशी अप्रवासी के रूप में पहचानते हैं।
बेबी ने कहा, ‘‘असम में सामाजिक-राजनीतिक-सांस्कृतिक क्षति पहुंचाई जा रही है। इस खतरे को मिटाने और राज्य में सौहार्द वापस लाने की तत्काल आवश्यकता है। आगामी चुनाव का इस्तेमाल विपक्षी दलों को एकजुट होने के लिए करना चाहिए। भाजपा से लड़ने और उसे हराने के लिए माकपा बलिदान देने को तैयार है।’’
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि पार्टी को एक राजनीतिक ताकत के रूप में अपनी मौजूदगी बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने बताया कि पार्टी ने अगले वर्ष के चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
बेबी ने कहा, ‘‘हमने 14 विधानसभा क्षेत्रों की पहचान की है जहां पार्टी की अच्छी-खासी मौजूदगी है। इनमें से कुछ को प्राथमिकता दी जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि अन्य वामपंथी दलों, विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के घटक दलों और कुछ क्षेत्रीय दलों के साथ भी समानांतर चर्चा जारी है।
वर्तमान 126 सदस्यीय राज्य विधानसभा में माकपा का केवल एक विधायक है।
बेबी ने कहा कि असम समेत अगले साल होने वाले सभी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए माकपा की इकाइयां इस महीने के अंत में होने वाली केंद्रीय समिति की बैठक में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी।
भाषा देवेंद्र मनीषा
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