Uttarakhand: राजनीतिक हंगामे के बावजूद, उत्तराखंड सरकार के कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित रेस्तराओं और भोजनालयों में मालिक के नाम और वैध लाइसेंस प्रदर्शित करने के फैसले का स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया है।
हरिद्वार के रेस्तरां मालिकों का मानना है कि इस कदम से कांवड़ियों के लिए भोजन की बेहतर गुणवत्ता और स्वच्छता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी इस फैसले से झूठी या भ्रामक पहचान पर चलाए जा रहे भोजनालयों पर भी लगाम लगने की उम्मीद है।
इस मामले पर श्रद्धालुओं का कहना है कि इससे भोजन से संबंधित विवादों में कमी आएगी उत्तराखंड सरकार का निर्देश छोटे व्यापारियों और ठेले-खोमचे वालों पर भी लागू होता है, जिन्हें हर समय अपने पंजीकरण प्रमाणपत्रों को ठेले पर चस्पा करना होगा। कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से शुरू होने वाली है। जो महादेव के प्रिय महीने सावन की शुरुआत का प्रतीक है