गर्मी धीरे-धीरे बढ़ रही है। इसके साथ ही उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पारंपरिक मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल जोर पकड़ने लगा है। इन्हें अक्सर "देसी रेफ्रिजरेटर" कहा जाता है। गर्मी बढ़ने के साथ मिट्टी से बने बर्तनों की बिक्री तेज हो गई है।
इस बार नए डिजाइन में तरह-तरह के मिट्टी के बर्तन मिल रहे हैं। इनमें स्टाइलिश कैम्पर और बोतलों से लेकर सजावटी घड़े तक शामिल हैं। इन्हें खरीदने के लिए खरीदार उमड़ रहे हैं। दुकानदारों के चेहरों पर खुशी भी है और चिंता की लकीरें भी। उनका कहना है कि बढ़ती मांग को पूरा करना भारी परेशानी है।
मिट्टी के बर्तन ना सिर्फ पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि आधुनिक बर्तनों के मुकाबले रसायन मुक्त और सुरक्षित भी हैं। लोगों का मानना है कि मिट्टी के बर्तन में रखा पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा रहता है और रेफ्रिजरेटर में रखे पानी से ज्यादा सेहतमंद है। आने वाले समय में गर्मी और बढ़ेगी। ऐसे में मिट्टी के बर्तनों की मांग भी जोर पकड़ेगी और दुकानदारों को बढ़ती मांग पूरी करने के लिए ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।