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LLRMC की स्वास्थ्य व्यवस्था में विस्तार, हेपेटाइटिस B और C के मरीजों की भी हो सकेगी डायलिसिस

मेरठ में नए साल में लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के स्वास्थ्य व्यवस्था में भी विस्तार देखने को मिलेगा। अब मरीजों को डायलिसिस और सिटी स्कैन के लिए भटकना नहीं होगा। हेपेटाइटिस बी और सी के मरीजों की डायलिसिस अस्पताल में ही होगी। इमरजेंसी में सीटी स्कैन की भी व्यवस्था की गई है। इसी के साथ मेडिकल कॉलेज में 100 छात्रों के बैच के स्थान पर अब 150 छात्रों का बैच शुरू किया जाएगा।

मीडिया से बात करते हुए लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य आरसी गुप्ता ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकतर जिलों से उपचार के लिए मरीज मेडिकल पहुंचते हैं। इसी को देखते हुए कॉलेज में स्वास्थ्य व्यवस्था में विस्तार किया गया हैं। डायलिसिस की 6 मशीन है। ऐसे में डायलिसिस की व्यवस्था ट्रामा सेंटर में शुरू की गई हैं।

आपको बता दे हेपेटाइटिस बी और सी के मरीजों की डायलिसिस के लिए मशीन नहीं थी। लेकिन अब मशीन लग गई है। ऐसे में मरीजों को भटकना नहीं होगा। इसी के साथ क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती मरीजों की भी डायलिसिस की जाएगी। मेडिकल कॉलेज एआरटी का नोडल सेक्टर है, यहां एचआईवी के मरीज भी बड़ी संख्या में भर्ती होते हैं। उनके लिए भी डायलिसिस की व्यवस्था की जा रही है। जल्द ही उनके लिए भी मशीन लगवा दी जाएगी। जिससे एचआईवी के मरीजों की भी डायलिसिस हो सके।

वहीं प्राचार्य ने बताया कि इमरजेंसी में भर्ती मरीजों के सीटी स्कैन व अन्य जांच करने के लिए दूसरे परिसर में जाना होता था। अब इमरजेंसी में सीटी स्कैन, एंजियोग्राफी और एंडोमायोकार्डियल बायोप्सी की सुविधा इमरजेंसी में ही कर दी गई है। इसका अस्पताल में भर्ती नए मरीजों के साथ पूर्व में भर्ती मरीजों को मिल सकेगा। ऐसे में मरीज के तीमारदार जांच के लिए स्ट्रेचर पर मरीज को दूसरे परिसर में लेकर जाते थे। अब ऐसा नहीं होगा।