इन दिनों पूरा उत्तर भारत भीषण गर्मी की चपेट में है। मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ी इलाकों तक में गर्मी बढ़ रही है। कई शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा हो गया है, बस रात में ही थोड़ी राहत की उम्मीद की जा सकती है। लोगों का कहना है कि तेज गर्मी से परेशानियां बढ़ रही हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली-एनसीआर के लिए भीषण गर्मी की चेतावनी जारी की है।
दिल्ली के लोगों और पर्यटकों दोनों के लिए ही गर्मी असहनीय हो गई है। चिलचिलाती गर्मी में लोग राहत पाने के लिए छतरी का सहारा ले रहे हैं, तो कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का लुत्फ भी उठा रहे हैं। विक्रेताओं का कहना है कि व्यापार में गिरावट आई है, क्योंकि दोपहर की कड़ी धूप में मुश्किल से ही कोई ग्राहक आता है।
हरियाणा के भिवानी के लोगों का कहना है कि मई के महीने में बारिश के कारण मौसम सुखद था, लेकिन जून में गर्मी बढ़ गई है। कई लोगों का कहना है कि वे चिंतित हैं कि अगर गर्मी कम नहीं हुई, तो इसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में भी स्थिति कुछ अलग नहीं है। तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने के साथ ही यह जिला भीषण गर्मी की चपेट में है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि वे हीटस्ट्रोक के मामलों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। साथ ही उन्होंने लोगों को भी जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
गर्मी का आलम ये है कि पहाड़ी इलाकों में राहत मिलने की उम्मीद ना के बराबर है। शिमला और मनाली घूमने आए पर्यटकों का कहना है कि यहां भी मैदानी इलाकों जितनी ही गर्मी है। स्थानीय लोग भी इस बात से सहमत हैं और कहते हैं कि शिमला अब पहले जैसा नहीं रहा।
शिमला स्थित क्षेत्रीय मौसम विभाग ने तुरंत गर्मी से राहत देने की बात नहीं की, लेकिन बाद में इसकी उम्मीद की जा सकती है। आईएमडी के अनुसार 14 जून के बाद तापमान में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। हल्की से मध्यम बारिश के साथ चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि, तब तक, उत्तर भारत के कई इलाके अलर्ट पर रहेंगे, क्योंकि अत्यधिक तापमान सेहत के लिए जोखिम पैदा कर सकता है।