जम्मू-कश्मीर में उधमपुर जिले के एक वन्य क्षेत्र में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन का एक आतंकवादी मारा गया, जबकि उसके तीन सहयोगी जंगली इलाके में फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि चार आतंकवादियों के समूह पर एक साल से नजर रखी जा रही थी। सुबह बसंतगढ़ के सुदूर बिहाली इलाके में सेना और पुलिस के संयुक्त तलाशी दल ने उनका सामना किया। अधिकारियों के अनुसार, अतिरिक्त बल भेज दिया गया है। खराब मौसम के बावजूद व्यापक तलाशी अभियान जारी है।
एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा, "भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा जारी अभियान में अब तक एक आतंकवादी को मार गिराया गया है। अभियान जारी है।" 'ऑपरेशन बिहाली’ कश्मीर हिमालय में वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुरू होने से एक सप्ताह पहले शुरू किया गया है।
जम्मू रेंज के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी ने बताया, ‘‘आतंकवादियों का सुबह करीब साढ़े आठ बजे पता चला...माना जा रहा है कि उनकी संख्या चार है और हम इस समूह को पिछले एक साल से ढूंढ रहे थे।’’
उन्होंने बताया कि कोहरा होने के बावजूद तलाश अभियान जारी है और मौसम में सुधार होने के बाद ही असल स्थिति का पता चलेगा। अधिकारियों ने बताया कि जिन आतंकवादियों को घेरा गया है, वे पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य हैं और सेना के पैरा कमांडो की अगुवाई में संयुक्त तलाश दल ने करूर नाला के पास उन्हें छिपे हुए पाया।
इससे पहले, सुबह जम्मू स्थित सेना की ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘एक सटीक सूचना के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने बसंतगढ़ के बिहाली इलाके में एक संयुक्त अभियान शुरू किया। आतंकवादियों से सामना हुआ। अभियान अभी जारी है।’’ 'ऑपरेशन बिहाली’ कोड नाम वाला यह अभियान ऐसे वक्त में शुरू किया गया है जब एक सप्ताह बाद कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुरू होगी।
अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा सुरक्षाबलों ने संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलने के बाद बुधवार देर रात को सांबा जिले के पुरमंडल इलाके में एक तलाश अभियान चलाया था। हालांकि, कुछ भी बरामद न होने के बाद अभियान शांतिपूर्वक समाप्त हो गया।