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ज्यादातर शाकाहारियों का क्यों निकल आता है पेट, जानिए इसके पीछे की वजह

आजकल शाकाहार का रुझान बढ़ रहा है और कई लोग स्वास्थ्य, पर्यावरण, या नैतिक कारणों से मांसाहार से दूर रहते हैं। हालांकि, शाकाहारी भोजन से जुड़े स्वास्थ्य लाभ भी हैं, लेकिन कुछ शाकाहारी लोगों को पेट संबंधी समस्याओं, जैसे पेट फूलना (bloating) या गैस की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा क्यों होता है? आइए इस सवाल का जवाब विस्तार से जानें।

1. फाइबर का उच्च स्तर (High Fiber Intake)
शाकाहारी आहार में फल, सब्जियां, दाले, बीन्स, और अनाज अधिक होते हैं, जो फाइबर से भरपूर होते हैं। जबकि फाइबर से शरीर को बहुत सारे फायदे मिलते हैं, जैसे पाचन में मदद और कब्ज की समस्या का समाधान, अधिक फाइबर का सेवन पेट में गैस और सूजन का कारण भी बन सकता है। जब शरीर फाइबर को पचाता है, तो आंतों में बैक्टीरिया उसे किण्वित करते हैं, जिससे गैस और पेट फूलने की समस्या हो सकती है।

2. दालों और बीन्स का सेवन (Consumption of Lentils and Beans)
शाकाहारी आहार में दालें, बीन्स, मटर, छोले आदि प्रमुख रूप से शामिल होते हैं, क्योंकि ये प्रोटीन का अच्छा स्रोत होते हैं। हालांकि, ये खाद्य पदार्थ "फोडम" (FODMAP) नामक उच्च-फेरमेंटेबल कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर होते हैं। यह शरीर के पाचन तंत्र में बैक्टीरिया द्वारा किण्वित होते हैं, जिससे गैस और सूजन उत्पन्न हो सकती है। यदि किसी व्यक्ति का पाचन तंत्र इन खाद्य पदार्थों को ठीक से नहीं पचा पाता, तो पेट में फूलन और गैस की समस्या हो सकती है।

3. दूध और डेयरी उत्पादों की समस्या (Dairy Products Issues)
कई शाकाहारी लोग अपने आहार में दूध और डेयरी उत्पादों को शामिल करते हैं। हालांकि, दूध में लैक्टोज (lactose) होता है, और बहुत से लोग लैक्टोज इंटॉलरेंट होते हैं, यानी उनका शरीर इसे ठीक से पचा नहीं पाता। इससे पेट में ऐंठन, सूजन और गैस बनने की समस्या हो सकती है।

4. अत्यधिक ताजे फल और सब्जियां (Excessive Fresh Fruits and Vegetables)
शाकाहारी आहार में ताजे फल और सब्जियां प्रमुख होती हैं, लेकिन इनका अत्यधिक सेवन भी गैस और सूजन का कारण बन सकता है। कुछ फल जैसे सेब, नाशपाती, और अंगूर में उच्च मात्रा में फाइबर और शर्करा होती है, जिन्हें पचाने में शरीर को अधिक समय लग सकता है, जिससे पेट में गैस और सूजन हो सकती है।

5. आंतों में बैक्टीरिया का असंतुलन (Gut Bacteria Imbalance)
हमारे पेट और आंतों में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो भोजन को पचाने में मदद करते हैं। शाकाहारी आहार में अचानक बदलाव आंतों के बैक्टीरिया के असंतुलन का कारण बन सकता है, जिससे पाचन समस्याएं जैसे गैस और सूजन उत्पन्न हो सकती है। यदि शाकाहारी आहार में बदलाव के साथ इन बैक्टीरिया की आदतों में परिवर्तन होता है, तो पेट में परेशानी हो सकती है।

6. कम प्रोटीन का सेवन (Low Protein Intake)
शाकाहारी आहार में प्रोटीन के स्रोत सीमित होते हैं, और अगर किसी व्यक्ति का प्रोटीन का सेवन पर्याप्त नहीं है, तो उसका पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं कर पाता। यह पाचन की समस्याएं उत्पन्न कर सकता है, जैसे पेट में भारीपन या सूजन। शाकाहारी प्रोटीन स्रोतों का सही तरीके से चयन और सेवन जरूरी है ताकि शरीर को पूरा पोषण मिल सके।

7. अधिक मसाले और तला-भुना खाना (Excess Spices and Fried Food)
शाकाहारी भोजन में अक्सर मसाले और तला-भुना खाना अधिक होता है, जो पेट के लिए भारी पड़ सकता है। अत्यधिक मसालेदार और तला हुआ खाना पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है, जिससे पेट में जलन, गैस, और सूजन हो सकती है।

8. अत्यधिक फलियों का सेवन (Overconsumption of Legumes)
फलियां (legumes) जैसे बीन्स, दालें, और मटर प्रोटीन और फाइबर के अच्छे स्रोत होते हैं, लेकिन इनका अधिक सेवन पेट में सूजन और गैस बना सकता है। इनका पाचन करना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि इनमें "ओलिगोसेकेराइड्स" नामक पदार्थ होते हैं, जिन्हें आंतों में पचाने के लिए बैक्टीरिया की आवश्यकता होती है। यदि यह बैक्टीरिया पर्याप्त नहीं होते, तो पेट में गैस और सूजन हो सकती है।

कैसे इससे बचें?
फाइबर का सेवन धीरे-धीरे बढ़ाएं: अगर आप शाकाहारी आहार में बदलाव कर रहे हैं, तो फाइबर का सेवन धीरे-धीरे बढ़ाएं ताकि शरीर उसे पचाने में सहज हो सके।

दालों और बीन्स को सही तरीके से पकाएं: दालों और बीन्स को अच्छी तरह से पकाएं और रातभर भिगोकर रखें ताकि उनकी पाचन क्षमता बेहतर हो सके।

लैक्टोज से बचें: यदि आप लैक्टोज इंटॉलरेंट हैं, तो डेयरी उत्पादों का सेवन कम करें या लैक्टोज-फ्री विकल्प का उपयोग करें।

पानी का सेवन बढ़ाएं: फाइबर के अधिक सेवन से पेट में सूजन हो सकती है, इसलिए पर्याप्त पानी पीना महत्वपूर्ण है।

प्रोबायोटिक्स का सेवन करें: प्रोबायोटिक्स आपके पाचन तंत्र के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं, जिससे गैस और सूजन कम हो सकती है। दही, किमची, और अन्य प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थों का सेवन करें।

शाकाहारी आहार में फाइबर, फलियां, और अन्य पौष्टिक तत्व अधिक होते हैं, जो पेट की समस्याओं को उत्पन्न कर सकते हैं, लेकिन यह समस्याएं सही खानपान और उपायों से हल की जा सकती हैं। इसलिए शाकाहारी आहार का पालन करते समय, संतुलित आहार और पाचन संबंधी सही आदतें अपनाना बेहद जरूरी है।