आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में बहुत से लोग उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) का शिकार हो रहे हैं। यह एक खतरनाक स्थिति है, जो यदि नियंत्रित न की जाए, तो दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और किडनी संबंधी समस्याओं का कारण बन सकती है। हालांकि, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए दवाओं का इस्तेमाल आम है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि योग (Yoga) के माध्यम से भी रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है? हां, योग न केवल शारीरिक रूप से बल देता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी बनाए रखता है, जो रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है।
आइए जानते हैं कि योग के कौन से आसन और प्रैक्टिसेज़ ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
1. शवासन (Shavasana) – शरीर और मन को शांत करने वाला आसन
कैसे करें:
जमीन पर अपनी पीठ के बल लेट जाएं और पैरों को थोड़ा फैला लें।
हाथों को शरीर से थोड़ा दूर रखें, हथेलियां ऊपर की ओर रखें।
गहरी सांस लें और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए शरीर को पूरी तरह से आराम की स्थिति में लाएं।
इस अवस्था में 10-15 मिनट तक रहें।
फायदा: शवासन मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है, जो रक्तचाप को बढ़ाने का एक प्रमुख कारण होता है। यह शरीर को पूरी तरह से आराम देता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।
2. भ्रामरी प्राणायाम (Bhramari Pranayama) – तनाव और चिंता को दूर करने के लिए
कैसे करें:
आराम से बैठ जाएं, अपनी आंखें बंद करें और अंगूठे से कान के छिद्रों को बंद करें।
अब गहरी सांस लें और फिर धीरे-धीरे गुनगुनाते हुए सांस छोड़ें (भ्रमर की तरह आवाज करें)।
यह प्रक्रिया 5-10 मिनट तक करें।
फायदा: भ्रामरी प्राणायाम मानसिक शांति लाता है और तनाव को कम करता है, जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक है।
3. पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana) – रक्त प्रवाह को सुधारने वाला आसन
कैसे करें:
अपने पैरों को सीधा फैलाकर जमीन पर बैठ जाएं।
सांस छोड़ते हुए अपने शरीर को आगे की ओर झुकाएं और पैरों की उंगलियों को पकड़ने की कोशिश करें।
यदि आप पैरों तक नहीं पहुंच पाते हैं, तो कम से कम अपनी टांगे सीधी रखें और धीरे-धीरे गहरी सांस लें।
इस अवस्था में 20-30 सेकंड तक रहें और फिर धीरे-धीरे वापस आ जाएं।
फायदा: यह आसन शरीर के सभी हिस्सों में रक्त प्रवाह को सुधारता है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है। यह मन को शांति प्रदान करता है और तनाव को घटाता है।
4. अनुलोम-विलोम प्राणायाम (Anulom Vilom Pranayama) – रक्त संचार और मानसिक स्थिति को संतुलित करता है
कैसे करें:
आराम से बैठ जाएं और अपनी आंखें बंद करें।
दाहिने हाथ के अंगूठे से दाएं नथुने को बंद करें और बाएं नथुने से गहरी सांस लें।
अब दाहिने नथुने से सांस छोड़ें और बाएं नथुने से सांस लें।
यह प्रक्रिया कुछ मिनटों तक जारी रखें।
फायदा: अनुलोम-विलोम प्राणायाम शरीर के दोनों नथुनों के माध्यम से सांस लेने को नियंत्रित करता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है और रक्तचाप नियंत्रित होता है।
5. ताड़ासन (Tadasana) – खड़ा होने का आसन
कैसे करें:
सीधे खड़े हो जाएं, पैर आपस में मिलाकर रखें और हाथों को शरीर के दोनों तरफ रखें।
गहरी सांस लें और धीरे-धीरे अपने हाथों को ऊपर की ओर खींचते हुए शरीर को लंबा करें।
कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें और फिर सामान्य स्थिति में लौट आएं।
यह आसन 5-10 बार करें।
फायदा: ताड़ासन से रक्त संचार में सुधार होता है, और यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह शरीर को खड़ा और लचीला बनाने में भी मदद करता है।
6. विपरीत करनी (Viparita Karani) – रक्तचाप को कम करने वाला आसन
कैसे करें:
जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों को दीवार के पास रखें।
धीरे-धीरे अपने पैरों को दीवार की ओर उठाएं और शरीर को 90 डिग्री पर रखें।
हाथों को अपनी तरफ रखें और शांति से गहरी सांस लें।
इस स्थिति में 5-10 मिनट तक रहें।
फायदा: यह आसन रक्त संचार को बेहतर बनाता है और शरीर को शांति प्रदान करता है, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।
योग एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है, जिससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है। नियमित योग प्रैक्टिस से मानसिक तनाव कम होता है, शारीरिक लचीलापन बढ़ता है और रक्तचाप संतुलित रहता है। हालांकि, उच्च रक्तचाप की स्थिति में योग को दवाइयों के साथ संयोजन में करना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही कोई भी योगाभ्यास शुरू करना चाहिए।
याद रखें, योग का उद्देश्य केवल शारीरिक स्वास्थ्य नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति भी है, जो समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।