आजकल नेल पेंट या नेल पोलिश लगाना महिलाओं और लड़कियों के बीच एक आम बात है। खूबसूरत रंग-बिरंगे नेल पेंट्स न केवल नाखूनों को आकर्षक बनाते हैं, बल्कि यह व्यक्तित्व की खूबसूरती में भी चार चांद लगाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बहुत अधिक या नियमित रूप से नेल पेंट लगाना आपके नाखूनों और सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है? आइए जानते हैं कि नेल पेंट के अति उपयोग से कौन-कौन से नुकसान हो सकते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
1. नाखूनों में कमजोरी और टूटने की समस्या
नेल पेंट, विशेष रूप से जिन्हें लंबे समय तक न हटाया जाए, वह नाखूनों को कमजोर कर सकता है। इसके साथ ही, लगातार नेल पेंट लगाने से नाखूनों की परतें पतली हो सकती हैं, जिससे वे आसानी से टूटने और चिटकने लगते हैं। इसके अलावा, जब हम नेल पेंट को बार-बार हटाते हैं, तो नाखूनों की सतह पर भी असर पड़ता है।
2. नाखूनों में ड्राइनेस और धुंधलापन
नेल पेंट को हटाने के लिए जो नेल पॉलिश रिमूवर इस्तेमाल किया जाता है, वह नाखूनों को सूखा और खराब कर सकता है। रिमूवर में मौजूद एसीटोन जैसे रसायन नाखूनों की नमी को सोख लेते हैं, जिससे नाखून रूखे और भुरभुरे हो सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप नाखूनों में दर्द, जलन, और सफेदी आ सकती है।
3. सांस लेने में समस्या
नेल पेंट में मौजूद कई रसायन, जैसे कि टोलुएन, डिबुटिल फ्थैलेट (DBP) और फॉर्मल्डिहाइड, न केवल नाखूनों के लिए हानिकारक होते हैं, बल्कि ये आपके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल सकते हैं। ये रसायन आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे सांस की समस्याएं, सिरदर्द, और त्वचा में जलन हो सकती है। लंबे समय तक इनका संपर्क आपकी सेहत के लिए गंभीर हो सकता है।
4. फंगल इन्फेक्शन का खतरा
जब नेल पेंट का बार-बार इस्तेमाल किया जाता है, तो नाखूनों की सतह पर फंगस पनपने का खतरा बढ़ जाता है। इससे नाखूनों में इन्फेक्शन हो सकता है, जिससे नाखूनों का रंग बदल सकता है और वे कमजोर हो सकते हैं। कभी-कभी, अगर नेल पेंट को ठीक से हटाया नहीं जाता, तो इससे नाखूनों में गंदगी और बैक्टीरिया जमा हो सकते हैं, जो इन्फेक्शन का कारण बनते हैं।
5. एलर्जी और रासायनिक प्रतिक्रिया
नेल पेंट में मौजूद रसायन त्वचा पर एलर्जी पैदा कर सकते हैं। खासकर अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो नेल पेंट लगाने से आपको खुजली, सूजन, या लालिमा जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यदि नाखूनों के आसपास की त्वचा में जलन या चुभन महसूस हो तो तुरंत नेल पेंट हटाना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
6. नाखूनों के नीचे गंदगी का जमा होना
जब नाखूनों पर नेल पेंट लगाया जाता है, तो नाखूनों के नीचे गंदगी और तेल जमा हो सकते हैं, जिससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इससे नाखूनों के स्वास्थ्य में और भी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि बदबू आना या नाखूनों का खराब होना।
7. नेल पेंट के उपयोग से हॉर्मोनल असंतुलन
कुछ नेल पेंट्स में BPA (बिस्फिनोल ए) जैसी हानिकारक रसायनिक पदार्थ हो सकते हैं, जो हॉर्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं। यह रसायन शरीर में प्रवेश करके एंडोक्राइन सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे अनियमित पीरियड्स, प्रजनन क्षमता में कमी, और अन्य हॉर्मोनल समस्याएं हो सकती हैं।
नेल पेंट के नुकसान से बचने के उपाय
सही और सुरक्षित उत्पादों का चयन करें – जब भी नेल पेंट खरीदें, तो ऐसे ब्रांड को चुनें जो हानिकारक रसायन जैसे फॉर्मल्डिहाइड, टोलुएन, और डिबुटिल फ्थैलेट (DBP) से मुक्त हो। इनकी मौजूदगी से बचें और "5-Free" या "10-Free" जैसे लेबल वाले उत्पादों का चयन करें।
नाखूनों को आराम दें – लगातार नेल पेंट लगाने से नाखूनों को समय-समय पर आराम देना जरूरी है। हर 3-4 दिन में नेल पेंट हटा दें और कुछ समय तक बिना पेंट के नाखून रखें ताकि वे सांस ले सकें और अपनी प्राकृतिक स्थिति में आ सकें।
नाखूनों की सही देखभाल करें – नाखूनों को स्वस्थ रखने के लिए उन्हें हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। नियमित रूप से नाखूनों को तेल से मसाज करें और नेल क्रीम का इस्तेमाल करें। इससे नाखूनों की मजबूती बनी रहती है।
नेल पेंट हटाने का सही तरीका अपनाएं – नेल पेंट हटाने के लिए एसीटोन-फ्री नेल पॉलिश रिमूवर का इस्तेमाल करें, जो नाखूनों को सूखा नहीं करता और उनकी देखभाल भी करता है।
फंगल संक्रमण से बचाव – नाखूनों को सूखा और साफ रखें। गीले नाखूनों पर नेल पेंट न लगाएं और न ही उसे लंबे समय तक लगाए रखें। इससे फंगल संक्रमण का खतरा कम होता है।
नेल पेंट आपके नाखूनों को खूबसूरत बना सकता है, लेकिन अगर इसे अत्यधिक या गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो यह आपके नाखूनों और सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए नेल पेंट का प्रयोग संतुलित तरीके से करें और नाखूनों की देखभाल पर भी ध्यान दें, ताकि वे हमेशा स्वस्थ और खूबसूरत बने रहें।