महिलाओं को मासिक धर्म (पीरियड्स) के दौरान कई शारीरिक बदलावों का सामना करना पड़ता है, जिनमें से एक आम समस्या ब्रेस्ट (छाती) में दर्द है। यह दर्द ज्यादातर मासिक धर्म से जुड़ा होता है और कई महिलाओं के लिए एक सामान्य अनुभव होता है। हालांकि, यह दर्द कभी-कभी गंभीर या लंबे समय तक चलने वाला हो सकता है, जिससे चिंता पैदा हो सकती है। तो सवाल यह उठता है कि क्या पीरियड्स के दौरान ब्रेस्ट में दर्द सामान्य है, या यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है?
1. पीरियड्स के दौरान ब्रेस्ट दर्द का सामान्य कारण
पीरियड्स के दौरान ब्रेस्ट में दर्द का मुख्य कारण हार्मोनल बदलाव होते हैं। जब मासिक धर्म के पहले हफ्ते में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, तो यह ब्रेस्ट टिश्यू में सूजन और संवेदनशीलता का कारण बनता है। यह स्थिति "मास्टोडिनिया" (Mastodynia) कहलाती है और यह पूरी तरह से सामान्य है। इसके अंतर्गत ब्रेस्ट में हल्का या तीव्र दर्द, दबाव, सूजन और संवेदनशीलता महसूस हो सकती है।
2. प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS)
पीरियड्स से पहले होने वाली कई समस्याओं को एक साथ "प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम" (PMS) कहा जाता है। PMS में ब्रेस्ट में दर्द एक आम लक्षण है और यह आमतौर पर पीरियड्स शुरू होने से एक या दो दिन पहले होता है। PMS के कारण ब्रेस्ट में खिंचाव और दर्द महसूस हो सकता है, जो पीरियड्स शुरू होते ही कम हो जाता है।
3. हॉर्मोनल असंतुलन
कभी-कभी ब्रेस्ट में दर्द हार्मोनल असंतुलन के कारण भी हो सकता है। अगर एस्ट्रोजेन या प्रोजेस्टेरोन का स्तर असंतुलित हो, तो यह ब्रेस्ट में दर्द, सूजन और असुविधा का कारण बन सकता है। अगर यह समस्या लगातार बनी रहे और पीरियड्स के साथ जुड़ी न हो, तो यह हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है, जिसे डॉक्टर से जांच करवाना आवश्यक है।
4. स्ट्रेस और जीवनशैली के कारण
मानसिक तनाव, चिंता और जीवनशैली में बदलाव भी ब्रेस्ट में दर्द पैदा कर सकते हैं। जब शरीर में तनाव होता है, तो यह हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकता है, जिससे ब्रेस्ट में दर्द और सूजन हो सकती है।
5. गंभीर कारणों का संज्ञान
पीरियड्स के दौरान ब्रेस्ट में दर्द अक्सर सामान्य होता है, लेकिन अगर दर्द अत्यधिक हो, लंबे समय तक रहे, या इसमें कुछ और लक्षण जुड़ें, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। कुछ गंभीर कारणों में शामिल हैं:
ब्रेस्ट की गांठ (लम्प): ब्रेस्ट में गांठ का होना कभी-कभी कैंसर का संकेत हो सकता है, हालांकि यह हमेशा कैंसर नहीं होता। फिर भी, ब्रेस्ट में कोई भी गांठ या असामान्य बदलाव हो तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
ब्रेस्ट संक्रमण (Mastitis): ब्रेस्ट में संक्रमण भी दर्द और सूजन का कारण बन सकता है। यह अधिकतर स्तनपान कराने वाली महिलाओं में होता है, लेकिन कभी-कभी अन्य कारणों से भी हो सकता है।
फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट कंडीशन: यह एक सामान्य स्थिति है जिसमें ब्रेस्ट के अंदर सूजन और गांठ बन जाती है। यह ब्रेस्ट में दर्द और असुविधा का कारण बन सकता है, लेकिन यह अक्सर बिना किसी गंभीर समस्या के हल हो जाता है।
ब्रेस्ट कैंसर: हालांकि ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में ब्रेस्ट दर्द एक सामान्य लक्षण नहीं होता, लेकिन कभी-कभी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है। अगर दर्द के साथ-साथ ब्रेस्ट में गांठ, त्वचा में बदलाव, या निप्पल से कोई असामान्य डिस्चार्ज हो, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है और इसकी तत्काल जांच करवानी चाहिए।
6. क्या करें?
अगर पीरियड्स के दौरान ब्रेस्ट में दर्द सामान्य है और यह हर महीने एक समान तरीके से होता है, तो चिंता की बात नहीं है। आप इस दर्द को कम करने के लिए कुछ उपाय अपना सकते हैं:
गरम या ठंडी सिकाई: बर्फ की सिकाई या गरम पानी की बोतल से सिकाई करने से सूजन और दर्द में आराम मिल सकता है।
संतुलित आहार: कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन E से भरपूर आहार लेने से ब्रेस्ट में दर्द कम हो सकता है।
सुप्पोर्टिव ब्रा पहनें: एक अच्छी फिटिंग वाली ब्रा पहनने से ब्रेस्ट में आराम मिलता है और दर्द को कम किया जा सकता है।
हॉर्मोनल थेरेपी: अगर दर्द का कारण हॉर्मोनल असंतुलन है, तो डॉक्टर से परामर्श के बाद हॉर्मोनल उपचार लिया जा सकता है।
पीरियड्स के दौरान ब्रेस्ट में हल्का या सामान्य दर्द आमतौर पर कोई गंभीर समस्या नहीं होती और यह हार्मोनल बदलाव के कारण होता है। हालांकि, अगर दर्द असामान्य हो, लंबे समय तक रहे, या साथ में अन्य लक्षण जैसे गांठ, डिस्चार्ज या त्वचा में बदलाव हो, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है, और ऐसे मामलों में डॉक्टर से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है।