भारत ने पड़ोसी देश म्यांमार और थाईलैंड में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद शुरू किए गए अपने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत शनिवार को म्यांमा को 15 टन राहत सामग्री पहुंचाई। भारत ने भारतीय वायु सेना के ‘सी130जे’ सैन्य परिवहन विमान से म्यांमार के शहर यांगून में राहत सामग्री भेजी। अधिकारियों ने बताया कि तंबू, ‘स्लीपिंग बैग’, कंबल, तैयार भोजन, जल शुद्धिकरण उपकरण, सौर लैंप, जनरेटर सेट और आवश्यक दवाओं समेत राहत सामग्री भेजी गई।
उन्होंने बताया कि राहत सामग्री के साथ भारतीय वायुसेना के दो और विमान म्यांमार भेजे जा रहे हैं और ये विमान जल्द ही हिंडन वायुसेना स्टेशन से रवाना होंगे। सूत्रों ने बताया कि हवाई उड़ानों और नौसेना के जहाजों द्वारा भेजी गई कुल सहायता 137 टन है, उन्होंने कहा कि आवश्यकता के अनुसार और आपूर्ति भेजी जाएगी।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू हो गया है। भारत से मानवीय सहायता की पहली खेप म्यांमा के यांगून हवाई अड्डे पर पहुंच गई है।’’ म्यांमार में भारतीय राजदूत अभय ठाकुर ने राहत सामग्री यांगून के मुख्यमंत्री यू सोई थीन को सौंपी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि भारत ने शुक्रवार को आए भीषण भूकंप से प्रभावित म्यांमार के लोगों की सहायता के लिए ‘‘सबसे पहले कदम उठाने वाले’’ देश के रूप में काम किया है।
म्यांमार स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि वह भारत से सहायता और राहत सामग्री की शीघ्र आपूर्ति के संबंध में म्यांमार के साथ समन्वय कर रहा है। भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हम भारतीय समुदाय के साथ भी लगातार संपर्क में हैं।’’ उसने जरूरतमंद भारतीय नागरिकों के लिए आपातकालीन नंबर जारी किया। पीएम मोदी ने शुक्रवार को म्यांमार और थाईलैंड में भीषण भूंकप के कारण उत्पन्न स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि इस घड़ी में भारत दोनों देशों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, ‘‘म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के मद्देनजर पैदा हुई स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।’’ उन्होंने कहा कि इस संबंध में भारतीय अधिकारियों को तैयार रहने के लिए कहा गया है और विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के संपर्क में रहने को भी कहा गया है।
म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को आए भूकंप ने इमारतों, पुलों और अन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया। भूकंप में अपनी जान गंवाने वालों की संख्या भी बढ़कर 1644 हो गई है। बचाव दल अभी भी मलबों के ढेर से शवों को निकाल रहे हैं। ऐसे में मृतकों की संख्या और अधिक बढ़ने की पूरी आशंका है।
भारत ने भूकंप प्रभावित म्यांमार के लिए बचाव दल और राहत सामग्री भेजी
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