केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि एलन मस्क के सैटेलाइट इंटरनेट प्रोजेक्ट Starlink को भारत में जल्द ऑपरेशनल मंजूरी मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि दूरसंचार विभाग (DoT) ने Starlink को Letter of Intent (LoI) दे दिया है। अब केवल इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर (IN-SPACe) से अंतिम मंजूरी बाकी है। सिंधिया ने कहा, 'फिलहाल, दो कंपनियों- भारती के OneWeb और Reliance को सैटेलाइट कनेक्टिविटी के लिए लाइसेंस मिल चुका है। Starlink की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है। LoI जारी हो गया है। मुझे लगता है कि जल्द ही इसे लाइसेंस मिलेगा। अगला कदम IN-SPACe से मंजूरी लेना है। सभी तीन लाइसेंस धारकों को ऑपरेशन शुरू करने से पहले ये प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
सिंधिया ने बताया कि OneWeb और Reliance को प्रारंभिक टेस्टिंग के लिए सीमित स्पेक्ट्रम एक्सेस दिया गया है। Starlink द्वारा भी आधिकारिक लाइसेंस (Satcom policy 2025) मिलने के बाद ऐसा ही रास्ता अपनाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, 'इसके बाद, टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया(TRAI) एडमिनिस्ट्रेटिव स्पेक्ट्रम एलोकेशन के लिए पॉलिसी नॉर्म्स देगा, जो कमर्शियल रोलआउट को नियंत्रित करेगा।' एलन मस्क की Starlink भारत में अपनी सर्विस शुरू करने के करीब है। ये सैटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट प्रोवाइडर 100 से ज्यादा देशों में एक्टिव है और उन इलाकों में तेज, लो-लेटेंसी ब्रॉडबैंड देता है, जहां पारंपरिक इंटरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है।
SpaceX भारत में Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को शुरुआती प्रमोशनल ऑफर के तहत $10 प्रति माह (लगभग 840 रुपये) में अनलिमिटेड डेटा प्लान के साथ शुरू कर सकता है। ये कंपीटिटिव कीमत Starlink को शुरुआती मार्केट शेयर हासिल करने में रणनीतिक बढ़त दे सकती है। ये इसे Bharti Group की Eutelsat OneWeb, Reliance Jio की SES के साथ साझेदारी और Globalstar जैसे प्रतिद्वंद्वियों से आगे रख सकती है, जो भारत में अपनी हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं।