इक्विटी बेंचमार्क सूचकांकों में सोमवार को पिछले सप्ताह की बढ़त जारी रही। सेंसेक्स और निफ्टी में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। ऐसा तिमाही नतीजों के बीच बैंकिंग और वित्तीय शेयरों में मजबूत खरीदारी की वजह से मुमकिन हुआ।
इसके अलावा विदेशी फंडों की आमद और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती से भी बाजार को मजबूती मिली। अमेरिका के उप-राष्ट्रपति जे. डी. वेंस की भारत यात्रा से दोनों देशों के बीच समझौते की उम्मीदों से भी बाजार को तेजी मिली।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 855 अंक बढ़कर 79 हजार 408 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 273 अंक चढ़कर 24 हजार 125 पर बंद हुआ। सेंसेक्स पैक में टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन, बजाज फिनसर्व और महिंद्रा एंड महिंद्रा सबसे ज्यादा फायदे में रहे। अडानी पोर्ट्स, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स और नेस्ले इंडिया सबसे ज्यादा नुकसान में रहे।
क्षेत्रीय मोर्चे पर एफएमसीजी को छोड़कर बाकी सभी सूचकांक मजबूत रहे। इसमें सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, वित्तीय सेवाएं, पूंजीगत सामान, बिजली, धातु, ऑटो, रियल्टी, तेल और गैस तथा आईटी में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई। एशियाई बाजारों में सियोल का कोस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और इंडोनेशिया का जकार्ता कंपोजिट हरे निशान में बंद हुआ, जबकि जापान का निक्केई लाल निशान में बंद हुआ। यूरोपीय बाजार सोमवार को छुट्टी की वजह से बंद रहे। वॉल स्ट्रीट गुरुवार को ज्यादातर गिरावट के साथ बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशक गुरुवार को शुद्ध खरीदार रहे। उन्होंने करीब 4,668 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।