Mumbai: मंगलवार को खुदरा महंगाई के छह साल के निचले स्तर पर आने के बीच ऑटो और फार्मा शेयरों में बढ़त के कारण इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में चार दिन से जारी गिरावट का सिलसिला थम गया। जून में खुदरा महंगाई 2.1 फीसदी रही जो आरबीआई के कम्फर्ट जोन चार से कम है। इसमें 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी या कमी हो सकती है। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 317 अंक चढ़कर 82,570 पर जबकि 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 113 अंक बढ़कर 25,195 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, टाटा मोटर्स, ट्रेंट और महिंद्रा एंड महिंद्रा सबसे ज्यादा चढ़े। वहीं एचसीएल टेक, इटर्नल, टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक के शेयर सबसे ज्यादा लुढ़के। कुछ जानकारों का मानना है कि चीन के जीडीपी आंकड़ों से एशियाई बाजारों में सकारात्मक रफ्तार आई और भारतीय बाजार भी इससे सहमत दिखे।
क्षेत्रीय मोर्चे पर लगभग सभी सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। इसमें ऑटो, हेल्थकेयर और फार्मा शेयरों ने बाजार की रफ्तार को आगे बढ़ाया। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई और हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में जबकि शंघाई का कंपोजिट सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोपीय बाज़ार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाज़ार सोमवार को सकारात्मक दायरे में बंद हुए। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 1,614 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे।