तेज रफ्तार से चलती गाड़ियां और बेहतर कनेक्टिविटी आज दक्षिण गोवा की पहचान है। पहले नुवेम और नावेलिम के बीच की दूरी 45 मिनट में तय होती थी, लेकिन अब यात्री महज 10 मिनट में इस दूरी को पूरा कर सकते हैं। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने 11.90 किलोमीटर लंबे नुवेम-नावेलिम वेस्टर्न बाईपास का उद्घाटन किया। इससे मडगांव शहर की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और यात्रियों का समय भी बचेगा।
नुवेम-नावेलिम वेस्टर्न बाईपास की लगात 482 करोड़ रुपये है। ये प्रोजेक्ट केंद्र सरकार के 279.38 किलोमीटर लंबे हाइवे के विस्तार का हिस्सा है। इसका मकसद दक्षिण और उत्तरी गोवा के बीच कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाना है।
बाईपास के बनने से कैनाकोना से डाबोलिम तक का सफर अब महज एक घंटे में पूरा किया जा सकेगा। जबकि मोपा तक जाने में सिर्फ दो घंटे लगेंगे। इससे गोवा आने वाले सैलानी अब कम समय में यहां की फेमस जगहों को देख सकेंगे। गोवा के लोगों को भी उम्मीद है कि बाईपास के जरिये पणजी से कैनाकोना तक सफर करने में वक्त भी कम लगेगा। साथ ही कर्नाटक से गोवा आने वाले यात्रियों को भी फायदा होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत की अगुवाई में गोवा सरकार ने पिछले पांच सालों में इंफ्रास्ट्रक्चर बढाने पर खासा ध्यान दिया है। मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया है कि केंद्र सरकार की तरफ से पास (स्वीकृत) सभी सड़कें, पुल और दूसरी परियोजनाएं अगले चार साल में पूरी हो जाएंगी।