अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के भाई अल्मासुद्दीन सिद्दीकी ने मुसलमानों के अल्पसंख्यक अधिकारों के आधार पर समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के कार्यान्वयन को चुनौती देते हुए उत्तराखंड उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका दायर की है।
अलमासुद्दीन सिद्दीकी द्वारा दायर याचिका में दलील दी गई है कि समान नागरिक संहिता, विशेषकर विवाह, तलाक, उत्तराधिकार और लिव-इन रिलेशनशिप से संबंधित इसके प्रावधान मुसलमानों की धार्मिक स्वतंत्रता को कमजोर करते हैं।
याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कार्तिकेय हरि गुप्ता ने कहा कि यूसीसी की शर्तें संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लंघन हैं, जो धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी देता है।