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मेरठ में नोटों वाली कांवड़ बनी चर्चा का विषय... असली रुपयों से तैयार की, हरिद्वार से जाएंगे दिल्ली

कांवड़ यात्रा में शिवभक्त अलग-अलग भव्य कांवड़ लेकर आ रहे हैं। ये यात्रा भक्ति, समर्पण के साथ आकर्षण का केंद्र है। शिवभक्त चाहते हैं कि उनकी कांवड़ सबसे आकर्षक दिखे इसलिए कांवड़ में सुंदर झांकियां सजी हैं। रंगबिरंगी संदेशपरक कांवड़ है। ऐसे ही दिल्ली से युवाओं का एक जत्था नोटों वाली कांवड़ लेकर निकला है। कांवड़ में असली नोट लगे हैं। डेढ़ लाख रुपयों की नकद रकम कांवड़ पर सजाई गई है। कांवड़िए हरिद्वार, हरि की पैड़ी से जल लेकर दिल्ली अपने गंतव्य की ओर बढ़ते जा रहे हैं। जहां से ये कांवड़ गुजर रही है, लोगों के आकर्षण का केंद्र बनती जा रही है। कांवड़ मालिक अजय कुमार ने बताया कि वो दिल्ली अनाज मंडी के रहने वाले हैं। पिछले 5 सालों से लगातार कांवड़ ला रहे हैं। इस बार सोचा कि कांवड़ को कुछ हटकर बनाएं इसलिए नोटों वाली कांवड़ लेकर चलने का विचार आया। 

मीडिया से बात करते हुए अजय बताते हैं उनकी टोली में 10 लोग साथ हैं। सभी बारी-बारी से कांवड़ उठाते हैं। एक बार में 4 लोग मिलकर कांवड़ उठाते हैं। दो आगे और दो पीछे होते हैं और कांवड़ को लेकर चलते हैं। बाकी 6 लोग कांवड़ की सुरक्षा करते हैं। कांवड़ में जल की सुरक्षा करना है साथ ही जो नोट इसमें लगे हैं उनकी भी सुरक्षा कराना जरूरी है। हमें सबसे ज्यादा दिक्कत 500 के इतने नोट अरेंज करने में हुई। क्योंकि कांवड़ में हमने केवल 500 वाले नोट लगाए हैं। 

आपको बता दें कांवड़ में असली के डेढ़ लाख रुपयों के नोट लगे हैं। ये रुपए सभी साथियों ने मिलकर जुटाए हैं। कुछ रकम बाजार से चंदा करके ली है। सभी के सहयोग से कांवड़ में नोट लगाए गए। 500-500 रुपयों के नोटों से ये कांवड़ सजाई गई है। नोटों को कांवड़ पर लगाकर ऊपर से ट्रांसपेरेंट पॉलिथीन लेमिनेट की है ताकि नोट बारिश, पानी से सुरक्षित रहें। वहीं चोरी भी न हो पाए। कि जब हमारी कांवड़ यात्रा पूरी हो जाएगी और जलाभिषेक कर लेंगे तब इन नोटों को मंदिर में दान देकर धर्मकार्य में समर्पित करेंगे। क्योंकि ये भगवान का धन हैं और भगवान के काज में ही जाना चाहिए।