उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता यानी यूसीसी लागू होने के पहले 10 दिन में पोर्टल पर 'लिव-इन' का केवल एक केस रजिस्टर कराया गया है। अधिकारियों ने दावा किया कि अनिवार्य पंजीकरण के लिए 'लिव-इन' युगलों से पांच आवेदन मिले हैं।उनमें से एक का पंजीकरण किया जा चुका है जबकि चार अन्य के आवेदन का सत्यापन किया जा रहा है।
सत्ताईस जनवरी को यूसीसी लागू कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित उत्तराखंड स्वतंत्र भारत में ऐसा करने वाला पहला राज्य बन गया था। यूसीसी के जरिए प्रदेश में धर्म और लिंग से परे हर नागरिक के लिए विवाह, तलाक और संपत्ति जैसे विषयों पर समान कानून लागू हो गया है।
उत्तराखंड में यूसीसी लागू होने के बाद अब तक लिव इन का एक ही केस रजिस्टर, चार आवेदनों की जांच जारी
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