मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत का कोई भी सनातन धर्मावलंबी यह नहीं कह सकता कि वह तभी हिंदू है जब मंदिर जाएगा। जो मंदिर जाएगा वह भी हिंदू और जो नहीं जाएगा वह भी हिंदू है। उसके लिए कोई बाध्यता नहीं है। वह रविवार को रामा विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मैं वेदों को मानूं चाहे न मानूं, शास्त्रों पर विश्वास करूं चाहे न करूं। फिर भी मेरा हिंदुइज्म मुझसे भागा नहीं जा रहा है। अगर दुनिया के अंदर किसी ने धर्म को जाना है तो वो भारत के ऋषि हैं। याद रखना आप राम चरित मानस पढ़ते होंगे। तुलसी दास भी कहते हैं - जिसके अंदर श्रद्धा है उसको ही ज्ञान मिलता है। इतने उपनिषद का मंत्र आज हजारों साल बाद भी दीक्षा उपदेश बनकर युवाओं को जागृत करता है।