Breaking News

बारिश के बीच मथुरा रोड पर दिल्ली से फरीदाबाद जाने वाली सड़क पर लंबा जाम लगा     |   न्याय के लिए पद भी छोड़ने को तैयार: डॉक्टर्स के मीटिंग में नहीं आने पर बोलीं सीएम ममता     |   दिल्ली Rau's कोचिंग हादसा: हाईकोर्ट ने CBI से जलभराव का कारण बताने को कहा     |   बिहार: बड़े पैमाने पर IPS अधिकारियों का तबादला, कई जिलों के एसपी भी बदले गए     |   TMC से राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने दिया इस्तीफा     |  

भारत विश्व का सबसे बडा कृषि सेक्टर, मेरठ दीक्षांत समारोह में बोली राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 17वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि, सूर्य प्रताप शाही मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान, मुख्य अतिथि डॉक्टर संजय कुमार अध्यक्ष, कृषि वैज्ञानिक चयन मण्डल, नई दिल्ली थे। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि बेटियों इस बार भी पदक में आगे रहीं। उन्होंने अपने उ‌द्बोधन की शुरुआत मेरठ के सांस्कृतिक एवं धार्मिक इतिहास को याद करते हुए की। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि वो अपने जीवन में कृषि के ज्ञान को व्यवहारिकता में लाए तथा सरकार के ज़रिए दिए जा रहे स्टार्टअप योजनाओं से जुड़कर लाभ उठाएं। राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने कहा कि नीति आयोग ने देश को आत्मनिर्भर बनने की सिफारिश की है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों तथा छात्रों को इसमें मुख्य भूमिका निभाने का प्रयत्न करना चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालय से आहवान किया कि नैक के बेहतर ग्रेडिंग के लिए प्रयास करें।

जहां समारोह में राज्यपाल ने 20 पदक व स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी में छात्र-छात्राओं को कुल 270 उपाधियां बांटी। शैक्षिक उत्कृष्टत्ता के लिए विभिन्न महाविद्यालयो के 15 छात्र-छात्राओं को कुलपति स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदकों से सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर पर अकादमिक और सह पाठयक्रम गतिविधियों में संयुक्त रूप से उत्कृष्ट प्रर्दशन हेतु शिवांगी सक्सेना को कुलाधिपति स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।

राज्यपाल ने कहा हमारा देश विविधताओ से परिपूर्ण है, जहाँ कृषि एवं कृषि से जुड़े व्यवसायों को एक प्लेटफॉर्म पर लाए जाने की आवश्यकता है। भारत के पास विश्व का 2.4 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र है तथा 04 प्रतिशत जल संसधान है। भारत विश्व में सबसे बडा कृषि का सेक्टर है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित एवं आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 

वहीं प्रधानमंत्री ने किसानो की आय दोगुनी करने को कहा है जिसमें प्राकृतिक और जैविक खेती सहायक सिद्ध होगी। प्रधानमंत्री ने श्रीअन्न को ब्रांड के रूप में विकसित कर दिया है। श्रीअन्न स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है तथा किसानो को इसकी खेती से आर्थिक लाभ भी हो रहा है। आज विश्वभर में पोषण की दृष्टि से लोगो का विश्वास श्रीअन्न उत्पादो पर बढा है। उन्होने कहा कि इस वर्ष कैम्पस प्लेसमेंट अभियान चलाकर 28 कम्पनियो के साक्षात्कार आयोजित किये गये जिसमें 110 छात्रो ने प्रतिभाग किया और 48 छात्र-छात्राओ का चयन हुआ।